देश के साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना के मामलों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखने के लिए मिल रही है. प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3 हजार के पार हो चुकी है. इस बीच प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में भी कोरोना से निपटने के लिए कमर कस ली है.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव सुभाशीष पांडा ने कहा कि सरकार कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर तैयारियां पूरी हैं, लेकिन बावजूद इसके यह जरूरी है कि लोग भी कोरोना से बचाव के लिए एहतियात बरतें. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लगातार बीएमओ और सीएमओ के साथ बैठक कर रहा है. हर जिले की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. स्वास्थ्य सचिव सुभाशीष पांडा ने कहा कि फिलहाल देश और विशेषकर हिमाचल प्रदेश में कोरोना का कोई के किसी नए वेरिएंट का खतरा नहीं है. इसके बावजूद लोगों से एहतियात बरतने की अपील की जा रही है. उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, उन्हें ज्यादातर होम आइसोलेशन में ही रखा जा रहा है. स्वास्थ्य सचिव ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि होम आइसोलेशन में नियमों का पालन बेहद जरूरी है, ताकि कोरोना के फैलाव को रोका जा सके.
स्वास्थ्य सचिव सुभाशीष पांडा ने कहा कि 30 सितंबर तक आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 18 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए भी मुफ्त बूस्टर डोज लगाई जा रही है. उन्होंने लोगों से आवाहन किया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में बूस्टर डोज लगाए, ताकि कोरोना से बचाव हो सके. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक जागरूक राज्य है और प्रदेश में लोग बड़ी संख्या में बूस्टर डोज लगाने के लिए भी आगे आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह बेहद जरूरी है कि बचाव के लिए वैक्सीनेशन का काम पूरा किया जाए. पांडा ने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. प्रदेश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और प्रदेश भर में बूस्टर डोज वैक्सीनेशन अभियान जोरों पर चला जा रहा है.