Follow Us:

हिमाचल के छह जिलों में भारी बारिश और तूफान का ऑरेंज अलर्ट, पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह

  • चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में 3 और 4 जून को ऑरेंज अलर्ट, 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफान की चेतावनी

  • बारिश से तापमान में भारी गिरावट, चंबा का अधिकतम तापमान सामान्य से 15.9 डिग्री नीचे

  • मानसून से पहले ही सामान्य से अधिक वर्षा, जून-सितंबर के दौरान 109% बारिश का अनुमान



हिमाचल प्रदेश के छह जिलों में अगले दो दिनों (3 और 4 जून) के लिए भारी बारिश और तेज तूफान को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी के अनुसार चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और भारी वर्षा की संभावना है।

प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेष रूप से भूस्खलन संभावित क्षेत्रों, नदी-नालों के आसपास न जाने की एडवाइजरी जारी की गई है। शिमला में मंगलवार तड़के तीन बजे से ही लगातार बारिश हो रही है, जिससे मौसम सुहावना हो गया है लेकिन तापमान में तेज़ गिरावट दर्ज की गई है।

चंबा में तापमान सामान्य से 15.9 डिग्री तक नीचे गिरा और वहां का अधिकतम तापमान केवल 23.1 डिग्री सेल्सियस रह गया। कांगड़ा में तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री नीचे 33.8 डिग्री, केलांग में 17.5 डिग्री, सोलन में 28.5 डिग्री और नाहन में 30.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। समूचे प्रदेश में न्यूनतम तापमान भी सामान्य से नीचे चला गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान भी सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। जून से सितंबर के बीच सामान्य रूप से 734.4 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 109 प्रतिशत बारिश होने की संभावना जताई गई है। मानसून के आगमन से पहले भी 25 मई से 1 जून तक सामान्य से 62 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है—जहां औसतन 13.8 मिमी बारिश होती है, वहीं इस बार 22.3 मिमी बारिश हो चुकी है।

इस मौसम बदलाव के चलते पर्यटन स्थलों पर भले ही मौसम आनंददायक हो, लेकिन प्राकृतिक आपदाओं की आशंका के चलते सतर्कता बेहद जरूरी हो गई है।