Follow Us:

आज गजकेसरी योग में क्या है शिवरात्रि की रहस्यमयी शक्ति?

आज सावन शिवरात्रि, शिवलिंग पर ब्रह्म मुहूर्त से जलाभिषेक जारी
गजकेसरी योग और आर्द्रा नक्षत्र में शिव पूजा से शुभ फलदायिता बढ़ी
राहुकाल दोपहर 12:27 से 2:10 तक, भद्रा दोपहर 3:31 बजे तक स्वर्ग में

आज 23 जुलाई 2025 को हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है और इस दिन को विशेष रूप से सावन शिवरात्रि के रूप में मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने का अत्यंत शुभ और पुण्यदायी माना गया है। आज के दिन सुबह 04:15 बजे से ही ब्रह्म मुहूर्त में भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक कर रहे हैं। भोलेनाथ को बेलपत्र, धतूरा, भांग, गंगाजल, घी, शहद और दीप अर्पित किए जा रहे हैं।

आज गजकेसरी योग बन रहा है, जो मिथुन राशि में चंद्रमा और बृहस्पति की युति से निर्मित हुआ है। यह योग विशेष रूप से मनोकामनाओं की पूर्ति में सहायक माना गया है। साथ ही आज बुधवार व्रत भी है, जिसमें गणेश पूजा का महत्व होता है। गणपति को सिंदूर, दूर्वा और मोदक अर्पित करके बुध दोष को शमन किया जा सकता है।

आज आर्द्रा नक्षत्र शाम 5:54 बजे तक रहेगा, इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र प्रारंभ होगा। योग की बात करें तो दोपहर 12:34 बजे तक व्याघात योग और उसके बाद हर्षण योग प्रभावी रहेगा। आज का करण दोपहर 3:31 बजे तक विष्टि और फिर रात 2:28 बजे तक शकुनि रहेगा।

भद्रा काल सुबह 5:37 से दोपहर 3:31 बजे तक रहेगा और इसका वास स्वर्ग लोक में है। शिववास श्मशान में है और फिर गौरी के साथ रहेगा, जिससे शिव आराधना की महिमा और अधिक बढ़ जाती है।

आज के दिन उत्तर दिशा में यात्रा वर्जित मानी गई है, क्योंकि आज का दिशाशूल उत्तर में है। राहुकाल दोपहर 12:27 से 2:10 तक, गुलिक काल 10:45 से 12:27 और यमगण्ड काल 7:20 से 9:02 तक रहेगा, इन समयों में कोई शुभ कार्य न करें।

शुभ मुहूर्त की बात करें तो विजय मुहूर्त 2:44 से 3:39 बजे तक और रात को अमृत चौघड़िया 9:53 से 11:10 बजे तक रहेगा। लाभ चौघड़िया सुबह 5:37 से 7:20 और शाम को 5:35 से 7:17 बजे तक है।

सूर्योदय 5:37 बजे और सूर्यास्त 7:17 बजे होगा। चंद्रोदय कल सुबह 4:43 पर और चंद्रास्त आज शाम 6:26 पर होगा।