चुनावी के नज़दीक आते ही प्रदेश के पैंशनरों ने भी सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है. हिम-आँचल पेंशनर्ज संघ और पैंशनर वेलफेयर एसोसिएशन ने शिमला में संयुक्त पत्रकार वार्ता कर कहा कि 2016 से लेकर प्रदेश के पैंशनर अपने हकों को लेकर सरकार से लड़ रहे हैं लेकिन सरकार करीब दो लाख पैंशनरों की मांगों पर गौर नहीं कर रही है. 8 अगस्त को होने वाले प्रदर्शन को फिलहाल टाल दिया गया है क्योंकि सरकार ने 9 अगस्त को वार्ता के लिए बुलाया है लेकिन अगर मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन शुरू किया जायेगा.
पैंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य अध्यक्ष आत्माराम शर्मा ने कहा कि 1 जनवरी 2016 से संशोधित पेंशन देने का सरकार ऐलान कर चुकी है लेकिन अभी तक एरियर का भुगतान नहीं किया गया है जिसको लेकर पेंशनर एकमुश्त भुगतान की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा पेंशनरों को 65-70 और 75 आयु पर मिल रहे 5,10 और 15 प्रतिशत पेंशन भत्ता को संशोधित पेंशन पर देने , वृद्ध पेंशनरों के उपचार के लिए चिकित्सा भत्ता बढ़ाकर 1500 मासिक देने सहित पेंशनरों की जेसीसी बुलाने की मांग कर रहे हैं.
लेकिन सरकार ने अभी तक पेंशनरों की मांगों की तरफ गौर नहीं किया है. अगर 9 अगस्त को भी सरकार ने पेंशनरों की मांगों को नहीं माना तो पेंशनर आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे और सरकार को विधानसभा के चुनाव में भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.