कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह द्वारा गुड़िया मामले को छोटा बताए जाने के बाद से इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है। भाजपा लगातार इस मामले को लेकर कांग्रेस को घेर रही है जिसके बाद से ये मामले एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। मामले पर हो रही सियासत को लेकर अब गुड़िया की मां ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर इस मामले पर हो रही राजनीतिक बयानबाजी पर रोक लगाने की मांग की है।
वहीं, मदद सेवा ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित गुड़िया ब्लात्कार एवं हत्या मामले को चुनावी माहौल में एक बार फिर से राजनीतिक बयानबाजी का मुद्दा बनाने पर एतराज जताया है. गुड़िया की मां की तरफ से पत्र में लिखा है कि मृतक गुड़िया को अभी भी इंसाफ का इंतजार है. उसकी आत्मा इस तरह के राजनीतिक बयानों से खुश नहीं होगी। ऐसे मे ऐसी बयानबाजी पर न्यायिक आदेश से त्वरित प्रभाव से रोक लगाई जाए और इस तरह की बयानबाजी करने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए।
गौर रहे की इन्हीं दिनों 2017 में गुड़िया के साथ दुष्कर्म कर उसे दर्दनाक मौत दी थी. उस वक़्त भी चुनावी साल था. पांच साल बाद फ़िर चुनावी वर्ष है ऐसे में इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.