Follow Us:

राहुल गांधी को हाइड्रोजन बम गिराना था, लेकिन वह पटाखे लेकर आए: अनुराग

➤ अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर वोट चोरी आरोपों को बताया निराधार
➤ BJP बोली- भारत में बांग्लादेश-नेपाल जैसे हालात पैदा करना चाहते हैं राहुल
➤ चुनाव आयोग ने कहा- बिना सुनवाई वोट डिलीट संभव ही नहीं


कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वोट चोरी से जुड़े आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने जोरदार पलटवार किया है। राहुल गांधी ने वीरवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि कर्नाटक समेत कई राज्यों में कांग्रेस समर्थकों के वोट सॉफ्टवेयर और फर्जी मोबाइल नंबरों के जरिए डिलीट किए जा रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल पर सीधा हमला बोला और कहा कि वह देश में बांग्लादेश और नेपाल जैसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग निष्पक्ष रूप से काम कर रहा है, लेकिन राहुल गांधी लगातार हमारी संवैधानिक संस्थाओं पर हमला कर लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने राहुल के आरोपों को “बेबुनियाद और झूठा” बताते हुए कहा कि “आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी को हाइड्रोजन बम गिराना था, लेकिन वह पटाखे लेकर आए।” उन्‍हे अपने ही हाइड्रोजन बम गिराए।

बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व में पार्टी अब तक 90  चुनाव हार चुकी है और राहुल गांधी की हताशा बार-बार ऐसे आरोपों में झलकती है। ठाकुर ने कहा कि चाहे राफेल का मुद्दा हो या “चौकीदार चोर” का नारा, राहुल गांधी का रिकॉर्ड सिर्फ झूठे दावे करने और फिर पलटने का रहा है।

चुनाव आयोग ने भी राहुल गांधी के आरोपों को खारिज कर दिया। आयोग ने स्पष्ट किया कि किसी भी वोट को ऑनलाइन डिलीट नहीं किया जा सकता। वोट हटाने से पहले प्रभावित व्यक्ति को नोटिस और सुनवाई का मौका देना अनिवार्य है। आयोग ने बताया कि अलंद विधानसभा सीट से वोटर नाम हटाने की शिकायत पर पहले ही FIR दर्ज हो चुकी है और मोबाइल नंबर व आईपी एड्रेस की जानकारी भी साझा की जा चुकी है।

राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि कर्नाटक की अलंद सीट पर करीब 6,018 वोटरों के नाम डिलीट करने की कोशिश की गई थी। उन्होंने कहा कि इस काम में बाहरी राज्य के सॉफ्टवेयर और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया। राहुल का यह भी आरोप था कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार वोट चोरों की मदद कर रहे हैं।

इस पूरे विवाद ने एक बार फिर भारतीय राजनीति को गरमा दिया है। जहां राहुल गांधी खुद को लोकतंत्र बचाने का वाहक बता रहे हैं, वहीं बीजेपी का आरोप है कि राहुल जानबूझकर लोकतंत्र को कमजोर करने और संस्थाओं को बदनाम करने का अभियान चला रहे हैं।