बुधवार की रात को शुरू हुई बारिश ने गुरूवार को भी दिन भर कहर बरपाया. भारी बारिश के चलते मंडी कुल्लू राष्टीय मार्ग मंडी के पास सात मील व कुछ अन्य जगहों पर भारी मलबा व चट्टानें आने से यह मार्ग दोपहर तक बंद रहा जिस कारण से इस अति व्यस्त मार्ग पर हजारों वाहन व लोग फंसे रहे. यह मार्ग तीन जगह भारी मलबा आने से लगभग 10 घंटे बंद रहा. पर एक वोल्वो बस व जीप उपर से आई चट्टानों की चपेट में आ गई, इसमें सवार लोग व चालक परिचालक बाल बाल बच गए. वाहनों को क्षति पहुंची है. दिन में भी कई बार बीच बीच में भी मार्ग बंद भी रहा है. दर्जनों बसें जो कुल्लू मनाली मार्ग पर थी को मंडी में ही खड़ा कर दिया गया. हजारों लोगों को इस कारण से परेशानी कासामना करना पड़ा.
इधर, भारी बारिश के चलते मंडी कोटली मार्ग भी सड़क पर पेड़ आ जाने से बंद हो गया. घंटों बाद पेड़ हटाए गए तब जाकर आवाजाही शुरू हुई. मंडी कुल्लू वाया कमांद कटौला आइआइटी मार्ग भी कमांद के पास पहाड़ी से मलबा आ जाने से बंद हो गया. जिले की अधिकांश सड़कें भारी भूसख्लन के चलते बंद रही. दिन भर इस सड़कों को खोलने का काम चलता रहा.
गोहर पंडोह मार्ग भी कई घंटे तक बंद रहा. पंडोह बांध के गेट खोल देने से ब्यास नदी का जल स्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया. इसी तरह से सुंदरनगर मंडी क्षेत्र में लगातार बारिश से सुकेती खड्ड ने कहर बरपाया. इसने पूरी घाटी को अपनी चपेट में ले लिया. मंडी के रामनगर में सुकेती किनारे बने मकानों में पानी के घुसने का खतरा बना हुआ है. बल्ह में कई भवन एक एक मंजिल तक पानी में डूब गए जिनमें कुछ स्कूल भवन भी थी. भारी बारिश के चलते स्कूलों को भी बंद करना पड़ा. कई कच्चे भवनों व गोशालाओं के गिरने या खतरे में होने की खबर है.