<p>जिला कुल्लू की उझी घाटी के रायसन वाटरफॉल की दशा इन दिनों बिगड़ती जा रही है। वाम तट सड़क मार्ग पर वॉटरफॉल के साथ ही एक पुल बनाने का कार्य किया जा रहा है और खुदाई के दौरान निकलने वाली बड़ी-बड़ी चट्टानों और मलबे को वाटरफॉल में फेंका जा रहा है। जिससे वाटरफॉल की खूबसूरती पर ग्रहण लग गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया है।</p>
<p>ग्रामीणों का कहना है कि इस वाटरफॉल की खूबसूरती को देखने के लिए हर साल हजारों सैलानी यहां आते हैं। लेकिन खुदाई के लिए लगाई गई मशीन द्वारा सारी चट्टानों और मलबे को वाटरफॉल के पानी में फेंका जा रहा है। जिससे इसकी सारी खूबसूरती बिगड़ गई है। वहीं इस पानी से चलने वाले घराट भी बंद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस काम के कारण लोगों की पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हुई थी। जिसे ग्रामीणों ने खुद ठीक किया था। लेकिन अब बड़ी-बड़ी चट्टानों के जाने से वाटरफॉल की खूबसूरती प्रभावित हो गई है। ऐसे में आने वाले पर्यटन सीज़न कोई भी सैलानी इसकी खूबसूरती को देखने के लिए यहां नहीं पहुंच पाएगा।</p>
<p><img src=”/media/gallery/images/image(2249).jpeg” style=”height:393px; width:662px” /></p>
<p>स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द नाले से मलबा और चट्टानों को हटाया जाए ताकि वाटरफॉल की खूबसूरती को बरकरार रखा जा सके।</p>
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