मंडी: प्लास्टिक कचरे से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाव के लिए अब इसका इस्तेमाल सड़क निर्माण में किया जा सकेगा। हिमाचल प्रदेश राज्य पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड की ओर से चलाए जा रहे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल कार्यक्रम के तहत पंचायतों के माध्यम से प्लास्टिक कचरे को एकत्र करके लोक निर्माण विभाग को सौंपा जाएगा जिसका उपयोग भविष्य में सड़क निर्माण जैसे कार्य में किया जा सकता है।
इसी सिलसिले में बुधवार को शहीद सूबेदार खेमचंद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला साइगलू में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्वयंसेवी छात्र छात्राओं ने भारी मात्रा में यहां वहां से प्लास्टिक की बोतलें तथा रेपर आदि एकत्र किए। इस मौके पर पाठशाला के प्रधानाचार्य किशोरी लाल ठाकुर ने छात्रों को प्लास्टिक से होने वाले पर्यावरण के नुकसान के प्रति जागरूक किया।
छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य ने कहा कि प्लास्टिक अजैविक पदार्थ होने के कारण कभी नष्ट नहीं होता जिसके कारण यह जलवायु तथा भूमि को बुरी तरह प्रदूषित कर देता है। उन्होंने बताया राज्य पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड की ओर से चलाए जा रहे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल अभियान मे हिस्सेदारी निभाने के उद्देश्य से सीनियर सेकेंडरी स्कूल साईंगलू में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें अध्यापकों एवं छात्रों की ओर से यहां वहां पड़े प्लास्टिक कचरे को एकत्र करके ग्राम पंचायत में जमा करवाया जाएगा।
जहां से आगे चलकर प्लास्टिक कचरे को सड़क निर्माण में प्रयोग किए जाने के उद्देश्य से लोक निर्माण विभाग को भेजा जाएगा। इस मौके पर जीव विज्ञान प्रवक्ता इको क्लब प्रभारी परमेश्वरी ने छात्रों को अपने घरों में में पड़े बेकार प्लास्टिक को एकत्र करके ग्राम पंचायत कार्यालय में जमा करवाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा किस प्रकार प्लास्टिक को रीसायकल करके रीयूज किए जाने से हम उससे होने वाले जल वायु प्रदूषण से बच सकते हैं।