➤ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिक्षकों से कौशल आधारित शिक्षा देने का आह्वान किया
➤ चौपाल स्कूल के शताब्दी समारोह में एल्युमिनी मीट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ
➤ चौपाल विस क्षेत्र में शिक्षा के विकास हेतु 3 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए
चौपाल। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि आज के समय में शिक्षा केवल परीक्षा तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि उसे कौशल आधारित और रोजगारोन्मुख बनाना ही असली लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच, नवाचार और आत्मनिर्भरता की भावना विकसित करें, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना कर सकें।

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने पीएम श्री राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, चौपाल के शताब्दी समारोह और एल्युमिनी मीट के भव्य आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, प्रदर्शनी और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय जनता, पूर्व विद्यार्थी और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
उन्होंने विद्यालय के 100 वर्ष पूर्ण होने पर पूरे विद्यालय परिवार और चौपाल क्षेत्र के नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह विद्यालय चौपाल की शिक्षा व्यवस्था का आधार स्तंभ रहा है। यहां से निकले अनेक विद्यार्थियों ने राज्य और देश स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के सुदृढ़ीकरण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। ठाकुर ने यह भी बताया कि वर्ष 1947 में प्रदेश की साक्षरता दर 7 प्रतिशत थी, जो अब 99.30 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। उन्होंने इसे हिमाचल प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया और कहा कि आज प्रदेश में 15,000 विद्यालय तथा 133 महाविद्यालय संचालित हैं, जिनमें हजारों विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
उन्होंने चौपाल विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा के समग्र विकास हेतु 3 करोड़ रुपये की स्वीकृति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यालय की आवश्यक मांगों पर शीघ्र ही विशेष बैठक आयोजित की जाएगी ताकि बजट के अनुरूप उन्हें पूरा किया जा सके, जबकि बड़ी वित्तीय आवश्यकता वाली मांगों को आगामी बजट में प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाएगा।
इस अवसर पर शताब्दी स्मारिका का विमोचन भी किया गया और एल्युमिनी सदस्यों को सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक संध्या में हिमाचली लोक कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें लोगों ने खूब सराहा।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव रजनीश किमटा ने शिक्षा मंत्री का स्वागत किया और क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को उनके समक्ष रखा। विद्यालय के प्रधानाचार्य हरि राम शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय की विभिन्न आवश्यकताओं को प्रस्तुत किया।
यह आयोजन न केवल विद्यालय के 100 वर्षों की गौरवपूर्ण यात्रा का उत्सव था, बल्कि भविष्य में शिक्षा के नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक भी बना।



