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नशे के खिलाफ एबीवीपी का “अभिनिवृति अभियान”

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Anti-Drug Awareness Campaign : हिमाचल प्रदेश में चिट्टे जैसे घातक नशे का बढ़ता प्रभाव चिंता का विषय बनता जा रहा है। कई परिवार अपने बेटों को असमय खो रहे हैं, जिससे प्रदेश में नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग तेज हो रही है। इसी के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने “अभिनिवृति अभियान” शुरू करने का निर्णय लिया है। यह अभियान 20 मार्च तक पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा, जिसमें युवाओं को नशे के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा

शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान एबीवीपी की प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने कहा कि हिमाचल में नशा खतरनाक रूप से बढ़ रहा है, और युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो प्रदेश “उड़ता हिमाचल” बनने की ओर बढ़ सकता है

उन्होंने सरकार से मांग की कि नशे पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून बनाए जाएं और नशा माफिया पर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में नशे के आंकड़े हर साल बढ़ रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि वर्तमान नीतियां इस समस्या को रोकने में कारगर साबित नहीं हो रही हैं

अभिनिवृति अभियान के तहत एबीवीपी स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम चलाएगी। इस दौरान सेमिनार, पोस्टर अभियान, नुक्कड़ नाटक और जनसंवाद जैसे विभिन्न माध्यमों से युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाएगा

नैंसी अटल ने कहा कि सरकार को नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और ऐसे कानून लाने चाहिए, जिससे नशे की तस्करी और सेवन पर कड़ी सजा हो। उन्होंने कहा कि युवाओं को सही दिशा में ले जाने के लिए सामाजिक संगठनों और प्रशासन को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है

उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे अपने आसपास किसी भी संदिग्ध नशा गतिविधि की सूचना प्रशासन को दें, ताकि इस खतरे को जड़ से खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि समाज की भागीदारी से ही इस गंभीर समस्या पर काबू पाया जा सकता है