- बच्चे को करंट से तड़पता देख खुद की जान की कुर्बान
- इंसानों से ज्यादा जानवरों में दिख रही निस्वार्थ प्रेम की भावना
- शाहपुर में तो एक मां ही अपनी बच्ची के लिए बन गई थी हैवान
आज के कलियुग दौर में इंसानों से ज्यादा जानवरों में प्रेम भावना देखने को मिलती है। अब हाल ही में डलहौजी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बिजली के ट्रांसफार्मर से एक भालू के बच्चे को करंट लगता देख उसकी मां उसे बचाने के लिए कूदी औऱ अपनी जान भी गंवा बैठी। करंट लगने से भालू मां और बच्चे दोनों की ही मौत हो गई।
एक मां यह है जिसने अपनी जान की परवाह किए बिना अपने बच्चों को बचाने के लिए इतना बड़ा कदम उठा लिया. और वही एक मां शाहपुर की रहने वाली है जिसने अपने लवर के लिए अपनी 4 साल की बच्ची को मौत के घाट उतार दिया।
इन दोनों मामलों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जानवरों में प्रेम भावना निस्वार्थ होती है जबकि इंसानों के प्रेम के पीछे कोई ना कोई स्वार्थ छिपा होता है।
अब ताजा मामला डलहौजी के कथलग में देखने को मिला
यहां एक भालू का बच्चा अचानक ट्रांसफार्मर के खंभे पर चढ़ गया। खंभे पर चढ़ते ही बच्चा करंट की चपेट में आ गया। बच्चे को तड़पता देख उसकी मां भी खुद को नहीं रोक पाई और वह अपने बच्चे को बचाने के लिए ट्रांसफार्मर के खंभे पर चढ़ गई। बच्चे को बचाने के चक्कर में वह भी करंट की चपेट में आ गई। इससे दोनों की मौत हो गई। शुक्रवार को सुबह दोनों को मृत अवस्था में खंभे से उतारा गया।
वन्य प्राणी विभाग ने दोनों वन्य जीवों का पोस्टमार्टम करवाया गया। उसके उपरांत वीडियोग्राफी की निगरानी में दोनों को जलाया गया, ताकि उनके अवशेषों का किसी प्रकार से गलत इस्तेमाल न हो सके।
अब बात करें शाहपुर और डलहौजी दोनों मामले की तो एक मां वो थी जिसने अपने बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए खुद को कुर्बान कर दिया और एक मां वो जिसने अपने स्वार्थ के लिए अपने ही बच्ची की जान की बलि ले ली। अब इन दोनों मामलों को लेकर आप सभी की क्या राय है कॉमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें।