गुरूवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) शिमला शहर के कोटशेरा महाविद्यालय में SFI के कार्यकर्ता से परिसर में प्राचार्य द्वारा बरामद किए गए दराट की कड़ी निंदा करती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के शिमला जिला संयोजक विक्रांत चौहान ने जानकारी देते हुए कहा कि आए दिन वामपंथिओं द्वारा शिक्षण संस्थानों में माहौल खराब करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी पूरी तरह से नया सत्र शुरू ही हुआ है कि वामपंथिओं ने अपने रक्तरंजित इतिहास का परिचय देना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले 27 फरवरी 2019 को भी SFI द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 2 कार्यकर्ताओं पर तेजधार हथियारों से परिसर में जानलेवा हमला किया गया। जिसमें विद्यार्थी परिषद् के 2 कार्यकर्ताओं को सिर में भारी चोटें आई हैं। आम छात्रों में विद्यार्थी परिषद् के विचारों के प्रति बढ़ती दिलचस्पी और विद्यार्थी परिषद् द्वारा आयोजित सभी सफल कार्यक्रमों से बौखलाहट में आकर अब वामपंथी हिंसात्मक घटनाओं में उतर आई है। उन्होंने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है SFI इससे पहले भी बहुत सी ऐसी घटनाओं को अंजाम दे चुकी है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् महाविद्यालय प्रशासन से मांग करती है कि महाविद्यालय में इस तरह से खुलेआम तेजधार हथियारों के साथ घूम रहे गुंडा तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और ऐसे गुंडों को प्रभाव के साथ महाविद्यालय से निलंबित किया जाए। अन्यथा महाविद्यालय से समाज के तमाम बुद्धिजीवी वर्ग और अभिभावकों का महाविद्यालय प्रशासन से विश्वास खत्म हो जाएगा।