राजधानी शिमला में बुधवार रात को मार्च के दौरान 53 वर्षों में सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड हुआ। बुधवार रात आठ बजे से गुरुवार सुबह आठ बजे तक शहर का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले वर्ष 2010 में न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के पास वर्ष 1969 से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 16 मार्च की रात मार्च के दौरान शिमला में सबसे अधिक गर्म रही। प्रदेश के अधिकतम तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
गुरुवार को प्रदेश के दस क्षेत्रों में पारा 30 डिग्री से ज्यादा रहा। मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में मौसम साफ बना रहने की संभावना जताई है। शनिवार और रविवार को मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिला के कई क्षेत्रों में मौसम खराब बना रहने की संभावना है। 19 मार्च के लिए अंधड़ चलने का येलो अलर्ट भी जारी हुआ है।
मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में 21 मार्च तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। गुरुवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने से मैदानी जिलों के साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी पसीने छूटना शुरू हो गए हैं। गुरुवार को ऊना में अधिकतम तापमान 34.2, बिलासपुर में 34.0, हमीरपुर में 33.5, कांगड़ा-भुंतर में 32.4, धर्मशाला-चंबा-सोलन में 32.0, सुंदरनगर में 31.9, शिमला में 26.3, कल्पा में 23.6, डलहौजी में 23.2 और केलांग में 12.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।