शिमला विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के तीन छात्र नेताओं की बहाली के लिए सोमवार को कार्यकारणी परिषद की बैठक के बाद एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव ओर सदस्यों का घेराव किया। इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और कुलसचिव के बीच तीखी बहस बाजी भी हुई और एनएसयूआई ने तीनों छात्र नेताओं की जल्द निष्काषन रद्द करने की मांग की ओर निष्काषन रद्द न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।
एनएसयूआई नेता वीनू मेहता ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्रो की समस्याओं को उठाने पर तीन छात्र नेताओं को निष्कासित किया गया है और दो माह बाद भी उनकी बहाली नहीं की गई गई जबकि विश्वविद्यालय में परीक्षाएं शुरू हो गई हैं और उन्हें परीक्षाओं से वंचित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वीसी अपने लड़के को चोर दरवाजे से पीएचडी में दाखिला दिया है जिसका विरोध एनएसयूआई कर रही है जिसके चलते वीसी ने तीन छात्र नेताओं को निष्कासित किया है। यदि जल्द ही इन छात्रों का निष्कासन रद्द नहीं किया जाता है तो उग्र आंदोलन शुरू हो जाएगा।
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