हिमाचल प्रदेश राजभवन आम जनता के लिए खोल दिया गया है। पहले दिन स्थानीय स्कूल के 60 बच्चों ने राजभवन का भ्रमण किया। उन्होंने इस धरोहर भवन का भ्रमण कर यहां संरक्षित समृद्ध संस्कृति का जायजा लिया और राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से अपने अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर राजभवन के इतिहास पर आधारित एक लघु वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल तथा लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल ने राजभवन के दरबार हाल में बड़ी संख्या में लोगों और बच्चों के साथ यह वृतचित्र देखा।
मीडिया से बातचीत में राज्यपाल ने कहा कि राजभवन एक ऐतिहासिक धरोहर है और इसे आम आदमी के लिए खोलने के निर्णय से यहां फिर से चहल-पहल कायम करने का प्रयास किया गया है ताकि हर आम व खास इस धरोहर एवं यहां की विरासत से प्रत्यक्ष रूप से रू-ब-रू हो सकें।
उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही यह संभव हो पाया है और उन्हें विश्वास है कि उनके निर्णय से हर कोई सहमत होगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की पहल पर शिमला में राष्ट्रपति निवास आम जनता के लिए खोला गया है और इसी तर्ज पर राजभवन खोलने का भी निर्णय लिया गया है।
शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि उन्हें राज्यपाल बनने के बाद ही पहली बार शिमला आने का अवसर प्राप्त हुआ है, हालांकि वे इसके ऐतिहासिक महत्व से पहले से ही भलीभांति परिचित रहे हैं। इसी तरह पर्यटक, दूसरे राज्यों से आने वाले अन्य लोग और स्थानीय जनता भी राजभवन के इतिहास से वाकिफ तो हैं.
लेकिन प्रोटोकॉल के कारण वे इसे भीतर से निहार पाने एवं इसके अवलोकन से वंचित रह जाते थे। राजभवन को खोलने के निर्णय से अब वे हिमाचल प्रदेश के इस ऐतिहासिक भवन की भव्यता, समृद्धि और परम्पराओं को भलीभांति देख व समझ पाएंगे। राजभवन में शिमला एग्रीमेंट टेबल सहित स्वतंत्रता पूर्व की अनेक बहुमूल्य कलाकृतियां संरक्षित की गई हैं, जिनका वे अब अवलोकन कर सकते हैं।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जान-माल के नुकसान पर कहा कि राज्य विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। इस आपदा से निपटने के लिए सभी लोग सहयोगी बने हैं और राजभवन भी अपने स्तर पर राहत पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजभवन ने अब तक राज्य रेडक्रॉस के माध्यम से राहत सामग्री की 11 गाड़ियां भेजी हैं।
राज्यपाल ने कहा कि आपदा के दौरान उन्होंने राजभवन से बाहर आकर विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और प्रभावित परिवारों से भी भेंट की। उन्होंने कहा कि वह समय-समय पर केंद्र सरकार को भी यहां की स्थिति से अवगत करवाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले भी मदद की है और उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्रीय टीम द्वारा किए गए आकलन के आधार पर आगे भी मदद दी जाएगी।
राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राजभवन का भ्रमण करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 94183-16617 और लैंडलाइन 0177-2624152 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त ईमेलरू अपेपजण्तंरइींअंद/हउंपसण्बवउ पर भी आवेदन किया जा सकता है।
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