जिले के उपमंडल बल्ह में तैनात महिला प्रशासनिक अधिकारी समृतिका नेगी व कार्यालय स्टाफ के साथ विधायक द्वारा की गई बदसलूकी का हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी महासंघ कड़े शब्दों में निंदा एवं विरोध करता है। एक जन प्रतिनिधि द्वारा स्थानिय लोगों को गुमराह करके प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय में अनैतिक रूप से घुसपैठ करना तथा एक कानूनगो के साथ दुर्व्यवहार करना सरासर अराजकता फैलाने जैसा कृत्य है। प्रदेश राजस्व अधिकारी महासंघ
अध्यक्ष जयगोपाल शर्मा तथा प्रदेश महासचिव एचएल घेजटा ने जारी बयान में इस घटना की भर्त्सना करते हुए कहा कि आपदा के इस दौर में एक महिला प्रशासनिक अधिकारी जोकि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दिन रात अपनी उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रही हैं। प्रदेश भर में आई आपदा में सभी पटवारी कानूनगो प्रदेशभर में घर-घर जाकर एक एक कमरे की दरारों को देख रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं,जोकि शाबाशी तथा हौंसला अफजाई के हकदार हैं। बावजूद इसके उक्त विधायक द्वारा कानूनगो दीनानाथ के कार्य में व्यवधान उत्पन्न करना तथा मान सम्मान को ठेस पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि एक कानूनगो को कमरे से बाहर निकालना कानूनन घोर अपराध है जोकि विधायक की घटिया मानसिकता को दर्शाता है।प्रदेशभर में आई प्राकृतिक आपदा का सामना आम जनता के साथ प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलजुल कर किया है तथा प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने दिन-रात लोगों के घर द्वार पर जाकर सुविधाएं उपलब्ध करवाने का भी भरपूर प्रयास कर रहे हैं ।परन्तु जिस अन्दाज में जिला मंडी के एक विधायक ने राजस्व कार्यालयों में जाकर अशिष्टता का परिचय दिया है, वह सरासर निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि विधायक महोदय के इस व्यवहार से प्रतीत होता है कि विधायक जनता की झूठी वाहवाही लूटने के उद्देश्य से राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डराने व धमकाने का असफल प्रयास कर रहे हैं,जोकि एक जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश राजस्व अधिकारी महासंघ पटवारी और कानूनगो महासंघ के साथ कंधे से कंधा से मिलाकर दिनरात खड़ा है और खड़ा रहेगा।