टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक विजेता निषाद कुमार शुक्रवार को अपने घर ऊना पहुंचे। यहां स्थानीय लोगों ने जगह जगह पर उनका स्वागत किया और उनके साथ फोटो खींचवाई। इस दौरान निषाद कुमार ने कहा कि परेशानियों का दौर जीवन में आया और अनेक परेशानियों को झेला और हर खिलाड़ी परेशानियों के दौर को देखता है, लेकिन खुश हूं कि देश के लिए सिल्वर मेडल जीतने का सौभाग्य मिला है और अपने जिला व प्रदेश के साथ-साथ भारत का नाम ऊंचा हुआ है।
उन्होंने कहा कि मेरी सफलता का श्रेय देशवासियों को है, मेरे परिवार को है, भारत सरकार, हिमाचल सरकार व साई जिन्होंने मेरी मदद की इन सब को श्रेय जाता है। मुझे पहले तो यकीन ही नहीं हुआ। चार बार मैंने स्कोरबोर्ड पर देखा तब जाकर के यकीन हुआ की खुशी के पल आ गए हैं और उस समय मन भावुक भी हुआ।
उन्होंने दिव्यांगों को संदेश देते हुए कहा कि हौसला रखें आगे बढ़ें, कोई भी शारीरिक रूप से विकलांग हो सकता है ,लेकिन मानसिक रूप से नहीं होता। इसलिए मन को मजबूत बनाते हुए आगे बढ़ें। इस दौरान जब निषाद कुमार परिजनों से मिले तो माहौल काफी गमगीन हो गया और परिवारवालों के साथ निषाद कुमार के भी आंसू छलक पड़े।