➤ सोलन ज़िला बना प्रदेश का पहला ज़िला, एनीमिया मामलों में 75% कमी
➤ स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण और ग्रामीण आर्थिकी को मजबूती देने पर सरकार का फोकस
➤ स्वतंत्रता दिवस पर डॉ. शांडिल ने विकास कार्यों और योजनाओं की दी जानकारी
सोलन। प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण, ग्रामीण आर्थिकी को प्रोत्साहन और रोज़गार अवसरों को बढ़ाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। यह बात स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में कही। उन्होंने कहा कि राज्य में संसाधन सृजन और व्यवस्था सुधार सरकार की प्राथमिकता है।
डॉ. शांडिल ने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के योगदान को याद करते हुए कहा कि हिमाचल के वीर सपूतों को चार परमवीर चक्र, दो अशोक चक्र, 10 महावीर चक्र और 24 कीर्ति चक्र जैसे सर्वोच्च सैन्य सम्मान मिले हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में अटल सुपर स्पेशियलिटी संस्थान, शिमला में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने, 20 आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में डायलिसिस सुविधा, और 185 चिकित्सकों समेत बड़ी संख्या में स्टाफ की नियुक्ति की जानकारी दी।
सोलन जिले की बड़ी उपलब्धि के तौर पर उन्होंने बताया कि एनीमिया के मामलों में 75% कमी आई है, जो प्रदेश में पहली सफलता है। इसके साथ ही कथेड़ में 120 करोड़ रुपए की लागत से बहुउद्देश्यीय अस्पताल और कंडाघाट में 17 करोड़ रुपए से नए अस्पताल का निर्माण तेज़ी से चल रहा है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दूध के समर्थन मूल्य में रिकॉर्ड वृद्धि, तथा मक्की, गेहूं, कच्ची हल्दी जैसी फसलों की खरीद के लिए बेहतर मूल्य तय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सोलन में सामाजिक सुरक्षा पेंशन और कल्याण योजनाओं पर 193 करोड़ रुपए खर्च कर 51,409 पात्र लोगों को लाभ दिया गया है, जबकि मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना से 127 बच्चों को नई उम्मीद मिली है।
समारोह में हिमाचली संस्कृति, नशा निवारण और देशभक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए और उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। जिले के सभी उपमंडलों में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया।



