सोलन के कसौली में लगी आग को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है। कौशल्या खड्ड हरियाणा से हेलीकॉप्टर के माध्यम से पानी लाकर जंगलों की आग को बुझाने का प्रयास किया गया। जो अतिसंवेदनशील क्षेत्र थे जहां रिहायश बेहद अधिक थी उन स्थानों पर आग को बुझा लिया गया है। लेकिन दुर्गम क्षेत्रों में जहां सड़क नहीं है और दमकल कर्मचारियों का जाना मुश्किल है वहां अभी भी आग लगी हुई है। वहां जंगल अभी भी धू धू कर जल रहे हैं।
इस आग की घटना में करोड़ों रूपये का नुक्सान हो चुका है निजी प्रॉपर्टी को भी नुक्सान हुआ है। फिलहाल आग को बुझाने के लिए अंबाला छावनी से भी सेना की गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं। हेलीकॉप्टर को भी अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। फिलहाल अभी स्थिति नियन्तण में नज़र आ रही है।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए सोलन फायर स्टेशन प्रभारी कमलजीत तनवर ने बताया कि इस माह में यह 40वीं आग की घटना है जिसमें अभी तक ढाई करोड़ की सम्पदा को नुक्सान पहुंचा है और करीबन 30 करोड़ की सम्पदा को उनके द्वारा बचाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस घटना में तीन कर्मचारी आग की चपेट में आए हैं। जिनमें से दो दमकल विभाग और एक होमगार्ड का कर्मचारी है।
उन्होंने कहा कि आग की चपेट में आए लोगों का इलाज पीजीआई में चल रहा है। तनवर ने बताया कि कसौली में रिहायशी क्षेत्र से स्टे वनों में लगी आग को नियंत्रित कर लिया गया है। दूर दराज के जंगलों में अभी भी आग लगी हुई है। जिसे बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि कसौली बेहद संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है क्योंकि यहां एयरफोर्स स्टेशन है और देश की सुरक्षा के लिए आधुनिक मशीनें भी स्थापित की गई हैं। इसलिए जंगलों की लगी आग को बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर का भी उपयोग यहां किया गया है।