मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के बिशप काटन स्कूल में आईएएस-इलेवन और आईपीएस-इलेवन के बीच टी-20 क्रिकेट मैच का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल व्यस्त जीवन के तनाव से मुक्ति दिलाने में सहायक हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेल गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। खेल गतिविधियां युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से दूर रखती हैं। खेल गतिविधियां व्यक्ति के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ अनुशासन जैसे मूल्यवान गुण भी विकसित करती हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने हिमाचल के खिलाड़ियों और एथलीटों की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर बल देते हुए कहा कि प्रदेश के युवा प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने मैच की विजेता टीम आईएएस-इलेवन को ट्राफी से भी सम्मानित किया और पुरस्कार भी वितरित किये।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आबिद हुसैन सादिक को मैन-आफ-द-मैच की ट्रॉफी भी दी। उन्होंने शानदार 82 रन बनाए और अपनी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण विकेट भी लिया। आईपीएस-इलेवन के विवेक चहल को उनके उत्कृष्ट 59 रन की पारी के लिए सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज चुना गया, जबकि आईएएस-इलेवन के अपूर्व देवगन को शानदार गेंदबाजी के लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज की ट्राफी से सम्मानित किया गया।
आईएएस-इलेवन के लिए सुमित किमटा ने 35 रन बनाए, जबकि विवेक भाटिया ने 32 रन का योगदान दिया। आईपीएस-इलेवन टीम के लिए शालिनी अग्निहोत्री ने 2 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जबकि अशोक रतन 47 रनों के साथ आईपीएस-इलेवन के लिए दूसरे शीर्ष स्कोरर रहे, लेकिन 214 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आईपीएस-इलेवन 167 रन ही बना सकी।
मैच से पूर्व अभ्यास में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को बीसीएस के निदेशक साइमन वीले ने गेंदबाजी की। मैच का संचालन बीसीएस खेल शिक्षक तथा क्रिकेट कोच लोकपाल ठाकुर और अमोद तलवलकर ने अंपायर की भूमिका निभाई।