<p>बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र के चढ़ियार में सिविल अस्पताल की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। जिसके चलते संघर्ष समिति और धार चढियार की जनता ने चढियार हॉस्पिटल को सिविल हॉस्पिटल का दर्जा देने के लिए एक रैली निकाली। जिसमें सरकार के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए लगभग 15000 लोगों ने भाग लिया। धार चढियार संघर्ष समिति के शशि राणा ओर दिनेश राणा मांगों को लेकर रविवार को कार्मिक भूख हड़ताल पर बैठे।</p>
<p>चढियार क्षेत्र के लोगों ने निर्णय लिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगो को मानकर लिखित में नहीं देगी तब तक ये हड़ताल जारी रहेगी और ये हड़ताल आमरण अनशन तक जाएगी।चढियार क्षेत्र के लोगों का कहना है जब तक अस्पताल को सिविल अस्पताल नहीं बनाया जाता तब तक अस्पताल में रिक्त पड़े सारे पद तुरंत भरे जाने चाहिए ।</p>
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<p>गौरतलब है कि कई वर्षों से उक्त अस्पताल में मेडिकल स्टाफ के पद खाली चल रहे हैं, जिन्हें काफी समय से नहीं भरा गया है। अस्पताल में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीन लगभग आठ सालों से खराब होने के चलते बंद कमरे में धूल फांक रही हैं। वहीं, अस्पताल भवन की हालत भी दयनीय बनी हुई है। अस्पताल के कुछ कर्मचारी भी दूसरी जगह प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चढियार की खस्ताहाल होने के चलते शनिवार को चढियार बाजार में क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के भारी संख्या में ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर चक्का जाम किया था</p>
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