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Himachal: सीएम सुक्खू ने ईवीएम पर उठाए सवाल, बैलेट पेपर से चुनाव की मांग

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Ballot paper elections in India: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देश में बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की जोरदार वकालत की है। उन्होंने एक राष्ट्रीय निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि जब केंद्र सरकार वर्ष 2029 तक ‘एक देश, एक चुनाव’ की बात कर रही है, तो चुनाव ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से क्यों नहीं हो सकते? उन्होंने कहा कि ईवीएम के चलते चुनावों को लेकर उत्पन्न संदेह भी बैलेट पेपर से खत्म हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि जिन देशों ने ईवीएम बनाई है, वे भी अब बैलेट पेपर से चुनाव करा रहे हैं। ऐसे में जब उन देशों ने ही ईवीएम को छोड़ दिया है, तो भारत में इसका उपयोग क्यों हो रहा है?

विक्रमादित्य सिंह के एक बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विक्रमादित्य युवा नेता हैं और उनके पास बोलने का अधिकार है। वह सीख रहे हैं और राजनीति में नया अनुभव ले रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह के योगी आदित्यनाथ के फैन होने पर उन्होंने कहा कि यह बात छोटी थी, लेकिन भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया और इसका राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की।

मुख्यमंत्री ने जयराम सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि चुनाव से पहले प्रदेश पर 85 हजार करोड़ का कर्ज और कर्मचारियों की 10 हजार करोड़ की छठे वेतन आयोग की लायबिलिटी छोड़ दी गई थी। वर्तमान सरकार कर्ज के बोझ के बावजूद व्यवस्था परिवर्तन के लिए काम कर रही है।

सुक्खू ने शिमला के संजौली में हुए अवैध निर्माण को लेकर कहा कि यह निर्माण भाजपा के कार्यकाल में हुआ था, न कि वर्तमान सरकार के समय में। उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम समुदाय ने स्वयं इस अवैध निर्माण को गिराने का समर्थन किया है, जो हिमाचल की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है।

उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि 2018 में भाजपा सरकार ने टॉयलेट टैक्स लगाया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसे सुधारा है। पूर्व सरकार ने बड़े होटलों और उद्योगों से एक्स्ट्रा सीट पर सीवरेज टैक्स वसूलने का निर्णय लिया था, जिसे अब ठीक किया गया है।