ज्ञान का दीपक वो जलाते हैं, माता पिता के बाद वो आते हैं। लेकिन जो जीवन को सजाते हैं, वही हमारे शिक्षक कहलाते है।
शिक्षक बिना न ज्ञान है, शिक्षक बिना न मान है, सत्य न्याय के पथ पे चलना शिक्षक हमे बताते हैं. ज्ञान का दीपक वो जलाते हैं, माता पिता के बाद वो आते हैं।
देश में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाता है। यह दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन से जुड़ा है जोकि एक प्रतिष्ठित शिक्षक, दार्शनिक, और भारत के पहले उपराष्ट्रपति थे। यह दिन छात्रों को अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने का अवसर देता है। और इन्हीं शिक्षकों को देशभर में कल सम्मानित किया जाएगा.
आपको बता दें कि पूरे देश में कुल 82 शिक्षकों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का राष्ट्रीय पुरस्कार और हिमाचल प्रदेश के कुल 27 अध्यापकों को स्टेट टीचर और एक अध्यापक को राष्ट्रीय अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा.
शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस साल देश के कुल 82 शिक्षकों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाएगा। इनमें स्कूली शिक्षा के 50 शिक्षकों की लिस्ट जारी कर दी गई है। इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग के 16 शिक्षक और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के 16 शिक्षकों को भी अवॉर्ड मिलेगा।
5 सितंबर यानि कल टीचर डे के मौके पर दिल्ली के विज्ञान भवन में शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। इसमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मुख्य अतिथि होंगे। इस मौके पर 28 राज्यों, 3 केंद्र शासित प्रदेशों और 6 संगठनों से चुन कर आने वाले शिक्षकों को अवॉर्ड दिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के चुवाड़ी से संबंध रखने वाले शिक्षक सुनील कुमार के हौसले के आगे दिव्यांगत हार गई है। यही कारण है कि आज शिक्षक सुनील कुमार का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए हुआ है। जोकि जिला चंबा सहित पूरे क्षेत्र और प्रदेश के लिए गर्व की बात है। इससे बड़े गर्व की बात यह है कि पिछले पांच वर्षों में जिला चंबा से राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित होने वाले सुनील कुमार तीसरे शिक्षक बन गए हैं. जोकि अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
सुनील कुमार को यह पुरस्कार कल 5 सितंबर यानि अध्यापक दिवस के मौके विज्ञान भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों मिलेगा। सुनील हिमाचल के इकलौते शिक्षक हैं. जो साल 2024 के राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उनका चयन किया गया है.
सुनील कुमार जब वह मात्र आठ माह के थे. तो उन्हें पोलियो का टीका लगा था। यही टीका उन्हें फिट नहीं बैठा ओर वह दिव्यांग हो गए। आज भी उन्हें चलने फिरने में काफी दिक्कत होती है. लेकिन हिम्मत, हौसले व लग्न के दम पर आगे बढ़े सुनील कुमार ने दिन रात पढ़ाई की ओर शिक्षक बने। उनके पढ़ाने के तौर तरीके व नजरिए ने ही उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार तक पहुंचा दिया।
सुनील कुमार मौजूदा समय में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खरगट में बतौर रसायन प्रवक्ता ( chemistry lecturer ) सेवाएं दे रहे हैं। सुनील कुमार पहले टीजीटी मेडिकल के पद पर नियुक्त हुए थे। वर्ष 2016 में पदोन्नत होकर रसायन विषय के प्रवक्ता बने हैं।
वहीं प्रदेश के 27 अध्यापक जिन्हें राज्य स्तरीय पुरस्कार के सम्मानित किया जाएगा. हिमाचल सरकार ने टीचर-डे यानी 5 सितंबर को सम्मानित होने वाले अध्यापकों के नाम फाइनल कर दिए है। राज्य सरकार ने स्टेट टीचर अवॉर्ड के लिए पहली बार अध्यापकों के इंटरव्यू लिए है। इसके अलावा सम्मानित होने वाले शिक्षकों ने 5 मिनट की प्रेजेंटेशन भी दी। जिसमें बताया कि वह शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए क्या करना चाहते हैं।
इसके आधार पर राज्य स्तरीय चयन कमेटी द्वारा पुरस्कार के लिए शिक्षकों का चयन किया गया। इनके सम्मान में शिमला के राजभवन में कल सुबह 11 बजे कार्यक्रम होगा। जिसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सभी शिक्षकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। यह अवॉर्ड तीन कैटेगरी में दिए जाएंगे। पहली जनरल एरिया कैटेगरी में 13 टीचर का चयन किया गया है। हार्ड व ट्राइबल एरिया कैटेगरी में 5 तथा स्पेशल अवॉर्ड में 9 टीचर को स्टेट अवॉर्ड मिलेगा।
प्रदेश के किन-किन अध्यापकों को सम्मानित किया जाएगा. तो आइए जानते प्रदेश के किस-किस कौन से यह शिक्षक सम्मानित होंगे– जनरल कैटेगरी में स्टेट टीचर अवॉर्ड गवर्नमेंट मिडिल स्कूल जोगेंद्ननगर के प्रिंसिपल डा.सुनील दत्त, गवर्नमेंट मिडिल स्कूल आनी के लेक्चर कुंदन लाल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन के लेक्चर कॉमर्स संजय कुमार,
सुंदरनगर स्कूल के DPE संजय कुमार, ऊना के तयूरी स्कूल के टीजीटी (मेडिकल) हरदीप सिंह, सुबाथू स्कूल के भाषा अध्यापक नरेश कुमार, सुलतानपुर स्कूल के भाषा अध्यापक प्रेम सिंह ठाकुर, मंडी धनिगायरा स्कूल के भाषा अध्यापक हेमराज, चकमोह स्कूल के पीईटी सुनील कुमार, भरंगी स्कूल की पीईटी मधुबाला, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल निहारी के पीईटी उपेंद्र ठाकुर, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल करसोग-1 के पीईटी सुरेंद्र कुमार और सोलन के पुंज विला स्कूल के पीईटी भागीरथी शर्मा को यह शिक्षक अवॉर्ड दिया जाना है।
वहीं, हार्ड एंड ट्राइबल एरिया कैटेगरी में यह अवॉर्ड चंबा के रेई स्कूल के लेक्चरर हिंदी केदारनाथ शर्मा, लाडा स्कूल के भाषा अध्यापक सुभाष चंद, जिसकून स्कूल की भाषा अध्यापिका चंदन देवी, पांगी स्कूल के जेबीटी संत कुमार नेगी और किनौर के ब्रीलांगी स्कूल की रीता बाला को मिलेगा।
स्पेशल कैटेगरी श्रेणी में इस अवॉर्ड के सोलन जिला के नारग स्कूल के प्रिंसिपल रोहित वर्मा, मशोबरा स्कूल के लेक्चरर बायोलॉजी दीपक शर्मा, चौपाल स्कूल की जेबीटी कांता शर्मा,गानागुघाट सोलन के गनागूघाट स्कूल के इंग्लिश लेक्चरर पुष्पेंद्र कौशिक,
सिरमौर के चोगतली स्कूल के लेक्चरर इंग्लिश सुरेंद्र पुंडीर, डाइट शिमला के लेक्चर इंग्लिश संजीव कुमार, किन्नौर को चौरा स्कूल के हेडमास्टर उपेंद्र सिंह नेगी, कांगड़ा के इंदौर स्कूल के प्रिंसिपल मोहन शर्मा और शिमला जिला के थरोच स्कूल के प्रिंसिपल भूपेंद्र सिसोदिया को यह पुरस्कार दिया जाएगा। इन सभी शिक्षकों को हमारी तरफ से शुभकामनाएं.
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