➤ साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण आज रात 10:59 से 3:32 बजे तक
➤ भारत में नहीं दिखेगा ग्रहण, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं
➤ ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, प्रशांत और अंटार्कटिका से दिखेगा शानदार नजारा
आज 21 सितंबर को साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। भारतीय समयानुसार यह आंशिक सूर्य ग्रहण रात 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा और 22 सितंबर की सुबह 3 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगा। ग्रहण का चरम काल रात 01:11 बजे होगा।
खगोलविदों के अनुसार यह ग्रहण आंशिक होगा यानी चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह नहीं ढकेगा बल्कि केवल उसका एक हिस्सा ढक जाएगा। खास बात यह है कि भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा, क्योंकि यह घटना रात में होगी। इसलिए भारत में इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
हालांकि, यह आंशिक सूर्य ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में नजर आएगा। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और अंटार्कटिका में लोग इसे देख सकेंगे। नासा और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी।
धार्मिक दृष्टि से, जब भारत में ग्रहण नहीं दिखता तो सूतक काल लागू नहीं होता। इस कारण पूजा-पाठ, यात्रा, विवाह जैसे शुभ कार्यों पर कोई पाबंदी नहीं होगी। फिर भी शास्त्रों में कहा गया है कि ग्रहण के समय गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना लाभकारी रहता है।
ज्योतिष के अनुसार यह ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लग रहा है। इसका असर विशेष रूप से मिथुन, कन्या और धनु राशि के जातकों पर रहेगा, जिन्हें इस समय सतर्क रहना होगा।
ग्रहण के बाद परंपरा है कि घर में गंगाजल का छिड़काव करें, स्नान कर देवताओं की पूजा करें और गरीबों को दान दें। इससे नकारात्मक प्रभाव कम होता है।



