केहते है की जुगाड़ से सिर्फ काम निकल सकता है उससे लाभ नहीं होता है। यह बात एक युवती ने सही साबित की है। जानकारी के अनुसार पुलिस थाना धर्मशाला में नौकरी हासिल करने के लिए एक युवती को फर्जी डिप्लोमा दिखाना महंगा पड़ा है। फर्जी डिप्लोमा लगाने के चलते जहां युवती को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है, वहीं अब उसके खिलाफ पुलिस थाना धर्मशाला में मामला भी दर्ज़ हुआ है।
डीसी आफिस धर्मशाला में सिद्धबाड़ी की रहने वाली युवती डाटा एंट्री आपरेटर की नौकरी हासिल करने के लिए कंप्यूटर का एक फर्जी डिप्लोमा लगा दिया और नौकरी हासिल कर ली। इसके बाद जब डीसी कार्यालय की तरफ से युवती के दस्तावेजों की रूटीन चैकिंग की गई इस दौरान युवती की ओर से लगाया गया कंप्यूटर का डिप्लोमा फर्जी पाया गया।
बताया जा रहा है कि डाटा एंट्री आपरेटर के पद पर तैनात होने से पहले भी युवती डीसी कार्यालय में ही कार्य करती थी। लेकिन जब डाटा एंट्री आपरेटर के पद उसकी नियुक्ति हुई तो उसने इस पद के वांछित कंप्यूटर का डिप्लोमा फर्जी तरीके से हासिल कर पेश कर दिया, जोकि बाद में जांच पड़ताल में फर्जी पाया गया। वहीं, मामले की पुष्टि करते हुए सदर थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस थाना धर्मशाला में युवती के खिलाफ मामला दर्ज़ कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।