सर्वदेवता सेवा समिति ने मांग की है कि सरकारी भूमि पर बने देवी-देवताओं के मंदिरों व भंडारों की भूमि उन्हीं देवताओं के नाम की जाए। सर्व देवता सेवा समिति की साधारण सभा की बैठक डीआरडीए सभागार में आयोजित की गई। इस बैठक में बतौर मुख्य अतिथि अरिंदम चौधरी जिला उपायुक्त मंडी उपस्थित रहे।
सर्व देवता समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने बताया कि बैठक में समस्त कारदारों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एवं मेला कमेटी अध्यक्ष उपायुक्त मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले में देवी-देवताओं का मानदेय भत्ता, बंजंत्रियों का मानदेय भत्ता और राशन भत्ता क्रमश 50 प्रतिशत, 100 प्रतिशत और 33 प्रतिशत बढ़ाने के लिए आभार व्यक्त किया है।
वहीं, देव सदन में देव समाज को महत्व देने के लिए और देवी-देवताओं के कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्यालय आवंटन करने पर भी आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बढ़ोतरी पूर्व में कभी नहीं हुई। प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का देवी देवताओं के प्रति एक सराहनीय कार्य है। जिसके लिए देव समाज सदैव इनका आभारी रहेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री एवमं उपायुक्त से समस्त कारदारों ने मांग रखी की जिन देवी देवताओं के मंदिर व भंडार सरकारी भूमि पर स्थित हैं, उस भूमि को उन देवी देवताओं के नाम पर स्वीकृत किया जाए। उपायुक्त से यह भी मांग की गई की अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि मेले के दौरान देवी-देवताओं को बैठने के लिए पडडल में स्थाई स्थान चिन्हित किए जाएं ताकि भविष्य में देवी-देवताओं को बैठने की कोई भी समस्या न रहे।