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आखिर कब थमेगा देवभूमि में मौत का सफर, श्रद्धालु सरेआम उड़ा रहे नियमों की धज्जियां

रविंद्र |

देवभूमि हिमाचल में मालवाहक वाहनों में मौत का सफर आखिर कब थमेगा। मेला के दौरान श्रद्धालु जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे है। प्रदेश हाईकोर्ट आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए मालवाहकों में मौत का सफर बदस्तूर जारी है। चिन्तपूर्णी मेले में रोजाना हजारों श्रद्धालु मालवाहकों में यहां पहुंच रहे हैं। शायद प्रशासन भी किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में है। यही वजह है कि पुलिस प्रशासन की आंखों के सामने हो रहे इस मौत के सफर पर अभी तक अंकुश नहीं लग पाया है।

मालवाहकों में सफर करने का कड़वा अनुभव जहां कई श्रद्धालु कर चुके हैं, वहीं प्रशासन भी इस मौत की सवारी से भलीभांति परिचित है लेकिन बावजूद इसके सब मौन हैं। इससे पहले भी इस मेले में कई श्रद्धालु मालवाहकों में सफर का शिकार हो चुके हैं और प्रदेश हाईकोर्ट ने भी मालवाहकों में यात्रा करने पर प्रतिबंध लगाया है। हैरत की बात तो यह है कि श्रद्धा के नाम पर श्रद्धालु भी जान को जोखिम में डालकर मालवाहकों में चिन्तपूर्णी  पहुंच रहे हैं। श्रद्धा के नाम पर कुछ मालवाहकों को डबल डेकर का रूप देकर खतरा और बढ़ाया जा रहा है।

हालांकि मेला प्रशासन ने मेला शुरू होने से पहले ही मालवाहकों में श्रद्धालुओं के आने पर सख्त प्रतिबंध लगाने का दावा किया था। लेकिन प्रशासनिक दावा हवा हवाई ही साबित हुआ। मेले में मालवाहक वाहनों में आने की महज इतनी सजा मिल रही है कि कुछ मालवाहकों के चालान जरूर किए जा रहे हैं, हालांकि मोटर व्हीकल एक्ट में ऐसे वाहनों को जब्त करने का भी प्रावधान है लेकिन अभी तक कोई सख्त कार्रवाई होती नजर नही आ रही। कानून व्यवस्था को कायम रखने का जिन कंधों पर जिम्मा है अगर वही इसके लिए रस्म अदायगी करे तो फिर कानून व्यवस्था कायम रखने की आशा किससे की जा सकती है। उधर एसपी दीवाकर शर्मा ने कहा कि पंजाब पुलिस के अधिकारियों को भी इस बावत अवगत करवाया गया है और ऐसे मालवाहकों के चालान भी किए जा रहे हैं।