<p>मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी में सरकारी क्षेत्र में प्रदेश के पहले आदर्श नशा निवारण केंद्र का शुभारभं करेंगे। मंडी के रघुनाथ पधर स्थित इस आदर्श नशा निवारण केंद्र में बीस बिस्तरों की सुविधा रहेगी। वहीं पर इसमें वे सारी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। जो एक आदर्श नशा निवारण केंद्र के लिए आवश्यक होती है। राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्यकार्यकारी अधिकारी डा. संजय पाठक एवं नशा निवारण बोर्ड के संयोजक ओपी शर्मा ने बताया कि प्रदेश में निजी क्षेत्र में चल रहे नशा निवारण केंद्रों में इतनी सुविधाएं नहीं होती। जितनी कि इसके लिए दरकार होती है। वहीं पर प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों में पंजाब के आपराधिक तत्वों द्वारा अवैध रूप से भी नशा निवारण केंद्र चला रखे हैं। जिनके पास चिकित्सकों आदि की कोई सुविधा नहीं होती। वे अभिभावकों से मोटी रकम ऐंठ कर इस तरह के रोगियों से मारपीट कर उन्हें प्रताडि़त करते रहते हैं।</p>
<p>उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश की सीमाओं के अंदर इस तरह के अवैध नशा निवारण केंद्रों पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। जिस पर शीघ्र अमल करते हुए सर्वे करवाया जा रहा है और अवैध केंद्र पूरी तरह से बंद करवाए जाएंगे। डा. संजय पाठक ने बताया कि स्वस्थ पारिवारीक परिवेश ही व्यक्तित्व निर्माण का आधार बनता है। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से अपील की है कि वे नशे के सेवन से बचें। जिससे नशा निवारण केंद्र खोलने की नौबत न आए। इस सब के पीछे की मूल भावना जागरूकता लाना ही है। समाज और सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाएं आपस में मिल कर इस कार्य को अंजाम दे सकती है। </p>
<p>वहीं पर नशा निवारण बोर्ड के संयोजक ओपी शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में ऐसी परिस्थितियां पैदा न हो कि नशा निवारण केंद्र खोलने पड़े। इस तरह केंद्र तो इस तरह की परिस्थितियों से बचाने के अंतिम प्रयास होते हैं। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश ऐसा राज्य है जहां अपनी समग्र नशा निवारण नीति बनी है। इस केलिए मुख्यमंत्री की ओर से विशेष फंड का प्रावधान किया गया है। समाज को सरकार के साथ मिलकर प्रयास करने चाहिए। उन्होंने बताया कि आज के दौर में नशा कोविड से भी भयंकर है। </p>
<p>उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से नफरत करने के बजाय उनके प्रति संवेदनशील होने और पारिवारिक परिस्थितियों का समझने की आवश्यक्ता है। उन्होंने कहा कि नशा निवारण को लेकर निजी संस्थानों की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। विशेष कर पंजाब से सटे क्षेत्रों में अवैध रूप से चल रहे संस्था बंद किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंडी का आदर्श नशा निवारण संस्थान प्रदेश में मॉडल बनकर उभरेगा। इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के आधार पर चलाया जाएगा। इस अवसर पर सीएमओ मंडी डा. देवेंद्र शर्मा और एमएस डा. दिनेश भी मौजूद रहे।</p>
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