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टौणी देवी ग्राम पंचायत बारीं का युवक सेना में बना लेफ्टिनेंट

Jasbir kumar |

प्रदेश के जिला हमीरपुर टौणी देवी के बारीं गांव के  पंकज कुमार ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट की ख्याति पाई है. उन्होंने क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है. बारीं गांव के पंकज कुमार को शुरू से ही सेना में ऑफिसर बनने का शौक था तथा इसे  पूरा करने के लिए बचपन से ही जी जान से जुट गए थे.
उन्होंने अपनी 12वीं तक की शिक्षा केंद्रीय विद्यालय चंडीमंदिर से वर्ष 2015 में पूरी की. उसके बाद बीएससी नॉन मेडिकल पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से की. इसके बाद वह वर्ष 2018 में इंडियन एयर फोर्स में टेक्निकल ग्रुप में भर्ती हो गए.
वहां पर उन्होंने साढ़े 4 वर्ष तक सेवाएं प्रदान की. लेकिन उनकी मंजिल यहां तक ही नहीं थी. उन्हें अभी और उड़ान भरनी थी. इसी क्रम में उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी तथा अपने लक्ष्य को भेदने के लिए निरंतर प्रयास शुरू किए.
इसी दौरान उन्होंने सर्विस सिलेक्शन बोर्ड एसएसबी के माध्यम से भारतीय सेना में कमीशन पास किया तथा वह ऑफिसर नियुक्त हुए. पंकज बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय सेना में सेवाएं देने के लिए तैयार हो गए हैं.
पंकज की माता सुमनलता गृहणी है तथा पिता भारतीय सेना में सूबेदार के रैंक पर कार्यरत हैं. पंकज के चाचा भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं. पंकज के पिता और माता और पूरा परिवार बेटे की कामयाबी पर उत्साहित है.
सैन्य अधिकारी अपनी सेवाएं प्रदान कर क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे तथा इससे पूरे परिवार का नाम भी गौरवान्वित हुआ है. पंकज ने बताया कि देश सेवा के लिए निरंतर कार्य करेंगे और भारतीय सेना में ऑफिसर सेवाएं देने का मौका मिला है.
उनका कहना है कि वह देश की माटी की खातिर भारतीय सेना कार्य करेंगे तथा देश सेवा के लिए निरंतर प्रयास करेंगे. पंकज के दादा भूप सिंह व दादी भी इस कामयाबी पर बेहद खुश है. उनका कहना है कि उनके पोते ने भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट ख्याति पाकर उनका नाम रोशन किया है.
उनको अपने पोते पर नाज है. ग्राम पंचायत बारीं के प्रधान रविंद्र ठाकुर ने पंचायत के बारीं गांव के पंकज कुमार को बधाई दी है तथा कहा कि पंकज कुमार ने लेफ्टिनेंट की परीक्षा पास कर पंचायत का गौरव बढ़ाया है.
आगामी दिनों में उन्हें घर आने पर पंचायत की ओर से सम्मानित किया जाएगा. जिससे अन्य युवा भी उनसे प्रेरणा लेकर शीर्ष स्थानों पर कामयाबी हासिल कर सकें. पंकज के परिवार को उनके सगे संबंधी, ग्रामीण, व अन्य बधाई देने में जुट गए हैं.