प्रदेश में बीते 36 घंटों के दौरान कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है. इस दौरान लाहौल स्पीति, कुल्लू किन्नौर की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी व निचले हिस्सों में हल्की बारिश की फुहारें पड़ी है. प्रदेश में आगामी 48 घंटो तक मौसम खराब बने रहने की संभावना है.
मौसम केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि इस बार जनवरी और फरवरी महीने में काफी कम बारिश हुई है. इसके अलावा फरवरी महीने में तापमान ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
जनवरी माह की बात की जाए तो फरवरी में ज्यादा सूखे वाली स्थिति है. 1 जनवरी से 28 फरवरी तक 2 महीने में सामान्य से 187.1 मिलीमीटर बारिश होती है. लेकिन इस बार 117 मिलीमीटर बारिश ही रिकॉर्ड की गई है.
इस बार सोलन जिले में सबसे ज्यादा सूखे वाली स्थिति बनी हुई है. यहां सामान्य से 68 फीसदी कम बारिश हुई है. सुरेंद्र पॉल ने कहा कि प्रदेश में बारिश कम होने का कारण पश्चिमी विक्षोभ का कमजोर होना है.
इस बार पश्चिमी विक्षोभ काफी कमजोर पड़ गए थे. जिसके चलते ना तो बर्फबारी हुई और ना ही बारिश हुई है. मार्च में भी बारिश की कोई ज्यादा संभावना नहीं हैं. जिससे कोई बड़ी राहत मिल सके.