किन्नौर: खाब गांव में स्पीति और सतलुज नदी का अदभुत संगम देखने को मिलता है। खाब गांव को राजस्व की भाषा में अप मोहाल खाबो भी कहा जाता है। खाब गांव सतलुज नदी की घाटी में बसा हुआ है और इसके पास सतलुज नदी और स्पीति नदी का संगम स्थल है। इस जगह से 6,816 मीटर (22,362 फुट) ऊंचा रेओ पुरग्यिल पर्वत देखा जा सकता है। मनोहर घाटी में दोनों नदियों का महासंगम आकर्षण का केंद्र है।
सतलुज नदी उत्तरी भारत में बहने वाली सबसे लंबी नदी है। इसका पौराणिक नाम “शतुर्दि” है। जिसकी लंबाई पंजाब में बहने वाली पांचों नदियों में सबसे अधिक है। सतलुज का उद्गम राक्षस ताल से हुआ है। राक्षस ताल तिब्बत के पश्चिमी पठार से शुरू होकर ये नदी पाकिस्तान तक बहती है। सतलुज शिप्कीला से भारत के किन्नर लोक में प्रवेश करती है। सतलुज नदी की लंबाई 1,500 किसोमीटर मानी जाती है।
स्पीति नदी का श्रोत दूर उत्तर पर्वत श्रृंखलाओं पर पूर्वी ढलानों पर स्थित है, जो लाहौल और स्पीति के बीच में है। पठारों और उबड़ खाबड़ पहाडों से निकलने वाली इस नदी का उद्गम खड़ी स्कैप्स में है। दक्षिण पूर्व में स्पीति के भीतर नदी की लंबाई लगभग 130 किलोमीटर है। यह किन्नौर जिले में खाब में आकर सतलुज नदी में मिल जाती है।