एचआरटीसी कर्मचारी छठे वेतन आयोग की मांग और अन्य मांगो को लेकर लगातार लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में कर्मियों ने आज शिमला में गेट मीटिंग की और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। परिवहन मजदूर महासंघ ने सरकार को 21 दिन का अल्टीमेटम दिया है। अगर उनकी मांगें नही मानी गई तो शिमला में महाधरना किया जाएगा।
परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री सुभाष वर्मा ने बताया कि सभी विभागों को 6 वें वेतन आयोग का लाभ मिलना शुरू हो गया है लेकिन एचआरटीसी कर्मी अभी भी इससे वंचित है। चालकों-परिचालकों का 28 महीने का रात्रि भत्ता जारी किया जाए। परिचालकों को 3200 ग्रेड पे जारी किया जाए। आउटसोर्स कर्मचारियों को रेगूलर किया जाए।
उन्होंने कहा कि एचआरटीसी की बसें काफी खस्ताहाल में चलाई जा रही है। जिससे जनता की जान खतरे में रहती हैं। उन्होंने एचआरटीसी के बेड़े में 100 नई बसों की शामिल करने की मांग की है। अगर सरकार इन मांगों को नहीं मानती है तो धरने के साथ कर्मी एक दिन की हड़ताल पर जाएंगे।