होटलों, ढाबों और रेस्त्रां में बार-बार तेल को गर्म कर प्रयोग करने से इंसानी शरीर को होने वाले नुकसान को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बचे हुए तेल को खरीदने की योजना आरंभ कर दी है। इस योजना को 'रुको' नाम दिया गया है, जिसके तहत खाद्य एवं सुरक्षा विभाग बचे हुए तेल को 30 रुपए प्रति लीटर के भाव पर दुकानदारों से खरीदेगा और इसे बायो डीजल तैयार करने में इस्तेमाल किया जाएगा।
अधिकतर होटलों, रेस्त्रां और मिठाई की दुकानों में एक ही तेल से बार-बार मिठाई बनाने व अन्य खाद्य वस्तुओं को तलने में इस्तेमाल किया जाता है। बार-बार गर्म करके तेल के इस्तेमाल से बनी खाद्य वस्तुओं के सेवन से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। इससे मोटापे की समस्या बढ़ रही है, जो कई बीमारियों का कारण बनता है। ऐसे में प्रदेश सरकार की 'रुको' योजना से इस्तेमाल तेल के बार-बार उपयोग पर भी रोक लगेगी।
खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने प्रदेश में तीन कंपनियों को दुकानदारों से तेल की खरीद के लिए अधिकृत किया है। यह कंपनियां दो हफ्ते में एक बार तहसील स्तर पर बचे हुए तेल की खरीद करेंगी। इस संबंध में खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ढाबा, होटल तथा रेस्त्रां संचालकों को जागरूक करेगा तथा उन्हें जला हुआ तेल विभाग को बेचने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
विभाग करेगा नियमित निरीक्षण
इस योजना के संबंध में जानकारी देते हुए खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ऊना के सहायक आयुक्त जगदीश धीमान ने कहा कि विभाग इस योजना को लागू करने के लिए दुकानदारों को जागरूक करने के साथ-साथ नियमित निरीक्षण भी करेगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों के मुताबिक तेल को दो से अधिक बार गर्म करना खतरनाक है। जब एक ही तेल को बार-बार गर्म किया जाता है तो उसमें फ्री रेडिकल्स का निर्माण हो जाता है, जो इंसानी शरीर में बीमारियों का कारण बन सकता है। जगदीश धीमान ने कहा कि जो दुकानदार अपना बचा हुए तेल बेचना चाहते हैं, वह विभाग के साथ संपर्क कर सकते हैं। किसी भी जानकारी के लिए उनके मोबाइल नंबर 94182-79275 पर संपर्क किया जा सकता है।