Categories: हिमाचल

ऊना: सुरेंद्र शर्मा ने पेश की मिशाल, कोरोना से जंग लड़ने के साथ-साथ वार्ड में संभाला सफाई का मोर्चा

<p>हमारे समाज में ऐसे भी व्यक्ति होते हैं, जो अपने कार्यों से दूसरों के सामने मिसाल बन जाते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण प्रस्तुत किया है, जिला ऊना के सुरेंद्र कुमार शर्मा ने। फ्रैंडस कॉलोनी निवासी सुरेंद्र शर्मा ने जहां स्वयं कोरोना के विरुद्ध कई दिनों तक पालकवाह डीसीएचसी में जंग लड़ी, वहीं अपने वार्ड में साफ-सफाई का जिम्मा स्वयं उठाकर दूसरों के सामने उदाहरण भी पेश किया। उनकी प्रेरणा से वार्ड के अन्य मरीज भी जब बेहतर महसूस करने लगे, तो वह भी उनके इस मिशन के साथ जुड़ गए।&nbsp;</p>

<p>सुरेंद्र शर्मा ने बताया &quot;हर चीज के लिए हम सरकार को नहीं कोस सकते हैं। देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अगर हम सहयोग नहीं करेंगे, तो भला कौन करेगा। पालकवाह डीसीएचसी में कोई कमी नहीं थी। साफ-सफाई के लिए स्टाफ तैनात था तथा डॉक्टर भी मरीजों की लगातार निगरानी करने के साथ-साथ उनका मनोबल बढ़ाते हैं। सभी मरीजों का अच्छा ध्यान रखा जाता है और सभी के लिए बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन स्वयं साफ-सफाई करने का विचार समाज को कुछ न कुछ वापिस देने की सोच का परिणाम है।&quot;</p>

<p>ऊना निवासी सुरेंद्र शर्मा को कोविड के लक्षण आने शुरू हुए तो वह आइसोलेट होकर 6 दिन तक घर पर ही रहे। लेकिन जब बुखार नहीं टूटा, तो सीटी स्कैन कराया और पता चला कि संक्रमण फेफड़ों में फैल रहा है। इसके बाद वह 5 दिन के लिए डीसीएचसी हरोली में दाखिल हो गए । बाद में उन्हें 6 दिन पालकवाह मेक शिफ्ट अस्पताल में भी रहना पड़ा। डॉक्टरों के बेहतर इलाज व सकारात्मक सोच का परिणाम है कि आज सुरेंद्र कुमार शर्मा पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट आए हैं।</p>

<p>सुरेंद्र शर्मा ने कहा &quot;मैंने 6 दिन तक पालकवाह में स्वास्थ्य लाभ लिया और जब थोड़ा बेहतर महसूस करने लगा, तो मुझे लगा कि डॉक्टर्स व अन्य स्टाफ निरंतर मरीजों की सेवा कर रहे है, क्यों न उनके प्रति सम्मान स्वरूप कुछ किया जाए। इसलिए मैंने अपने वार्ड की सफाई स्वयं करना शुरू कर दिया। कुछ दिन बाद वार्ड में स्वास्थ्य लाभ ले रहे अन्य 19 मरीज भी सहयोग करने लगे। इससे सभी मरीजों का मनोबल भी बढ़ने लगा।&quot;</p>

<p>पालकवाह डीसीएचसी में नोडल अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे डॉ. संजीव धीमान ने बताया कि हम सभी के लिए सुरेंद्र कुमार शर्मा एक प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी सोच से सारा स्टाफ प्रभावित है। पालकवाह में साफ-सफाई के लिए पर्याप्त स्टाफ है, लेकिन उन्होंने खुद भी कुछ करने की इच्छा व्यक्त की। उनके साथ-साथ अन्य मरीजों का भी मनोबल बढ़े, इसी दृष्टि से उन्हें इस कार्य की अनुमति प्रदान कर दी गई। निश्चित रूप से समाज को उनसे सीख लेनी चाहिए।</p>

Samachar First

Recent Posts

Himachal: हिमाचल प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को सब्सिडी अब सीधे बैंक खाते में मिलेगी

Himachal power subsidy:  हिमाचल प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को अब बिजली पर मिलने वाली सब्सिडी…

5 seconds ago

Mandi News: नवरात्रों में माता बगलामुखी मंदिर में भक्तों का उमड़ा सैलाब, भक्तों की मनोकामनाएं हो रही हैं पूर्ण

Baglamukhi Temple  : सदर विधानसभा क्षेत्र के तुंगल में स्थित प्रसिद्ध देवी माता बगलामुखी मंदिर…

21 mins ago

Pakistan News: शादी की मनाही पर लड़की ने परिवार को दिया जहर, 13 की मौत

Pakistan family poisoned murder : पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक दिल दहला देने वाली…

28 mins ago

मुख्यमंत्री सुक्खू ने अचानक किया IGMC शिमला का निरीक्षण, मरीजों से लिया फीडबैक

CM Sukhu visits IGMC Shimla:  हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सोमवार सुबह 7:00…

47 mins ago

नवाचार को बढ़ावा दे रहा एटीसी शाहपुर

नवीन तकनीक और प्रौद्योगिकी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे कदम Kangra:  उपयुक्त प्रौद्योगिकी केन्द्र…

18 hours ago

हिमाचल में कांस्टेबल भर्ती: निगेटिव मार्किंग के साथ फिजिकल और लिखित परीक्षा में कड़ी शर्तें, विस्‍तार से जानें

Himachal:  हिमाचल प्रदेश में होने जा रही विशेष पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा में…

19 hours ago