पूर्व सैनिकों ने अग्निपथ के खिलाफ की बैठक में मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है उन्होंने कहा है कि गरीब को दो वक्त की रोटी चैन से नहीं खाने दे रही मोदी सरकार. भाजपा के राज में महंगाई चर्म पर है. खाने की चीजों की महंगाई 9% तक बढ़ी, थोक वस्तुओं की महंगाई 95 महीनों में सबसे ज्यादा है. कोरोना के बाद लोगों की खर्च करने की क्षमता भी कम हुई है. जब लोगों की इनकम कम हो रही है और महंगाई ताबड़तोड़ बढ़ रही है. ऐसे समय में आटा, चावल, दही, पनीर, लस्सी, मटर, गेहूं, अन्य अनाज पर जीएसटी लगाया गया हैं. आदमी को जीते जी मार देने जैसा का किया हैं. आम जनता को दो वक्त की रोटी भी चैन से नहीं खाने देना चाहती है. उनके मुंह से निवाला छीनने पर लगी हुई है.हिमाचल की जयराम सरकार किसानों और सेब बागवानो पर जीएसटी की मार लगी हुई हैं. बीजेपी सरकार को आम जनता से कुछ लेना देना नहीं है, जब इन्हें जनता को राहत देनी चाहिए थी उस समय ये जनता को महंगाई की मार दे रहे हैं. मोदी जी खुद तो गरीबों को राहत नहीं दे पा रहे हैं, ना ही उनकी नियत है. आम आदमी को राहत देने की.आज देश में अकेला दिल्ली राज्य ऐसा है, जहां आम नागरिक को हम लोग महंगाई से थोड़ी राहत दे रहे हैं. उनके बच्चों की शिक्षा फ्री और अच्छी कर रखी है. सभी लोगों का इलाज मुफ्त और अच्छा होता है. सबकी बिजली मुफ्त कर दी है. सबका पानी मुफ्त कर रखा है. महिलाओं का बसों में सफर मुफ्त कर रखा है. दिल्ली में योग मुफ्त सीखा रहे हैं और तीर्थ यात्रा मुफ्त करा रहे हैं. इन सारी चीजों को जोड़कर देखें तो हर परिवार को हर महीने कम से कम 10 से 15 हजार रुपए फायदा है.इतनी महंगाई के जमाने में दिल्ली सरकार ही है, जो अपनी जनता को महंगाई से थोड़ी सी राहत दे रही है. उसको मोदी जी रेवड़ी बांटना बता रहे हैं. पिछले 25 सालों में सबसे ज्यादा भारत में बेरोजगारी बढ़ी है. डबल इंजन की मोदी और जयराम सरकार रोजगार देने में बिल्कुल नाकाम रही है. कुछ दिन पहले मोदी सरकर अग्निवीर योजना लेकर आई जोकि फौज की सरकारी नौकरी को कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड कर दिया.हिमाचल में रोजगार के क्षेत्र को इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है, लेकिन जयराम सरकार बेसुध पड़ी है. उसको हिमाचल के लोगों से कुछ लेना देना ही नहीं है. पहले अग्निवीर योजना लाकर गरीबों पर वार किया. किसान, मजदूर और गरीब घरों के बच्चों की नौकरियां चली जाए उसके लिए अग्निवीर योजना लाए.क्योंकि फौज में ज्यादातर किसान और गरीब घरों के बच्चे ही जाते हैं. उन्हें मोदी सरकार ने बेरोजगार किया हैं और अब जीएसटी के जरिए गरीब लोगों पर वार कर रहे हैं. गरीबों की थाली में से खाना छीनने पर तुली हुई है, यह डबल इंजन की सरकार. मोदी और जयराम ठाकुर गरीब विरोधी सरकार है, आम आदमी विरोधी सरकार हैं.