- कहा इस तरह के बयान से अंतराष्ट्रीय संबंधों पर पड़ता है असर
- कंगना अंतराष्ट्रीय मुद्दों के बजाय अपने संसदीय क्षेत्र मंडी पर दे ध्यान
- आपदा में एक दिन का हवाई दौर कर वापिस नहीं लौटा कंगना, मंडी के लिए नहीं लाई कोई आर्थिक मदद।
हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री और मंडी संसदीय क्षेत्र से कंगना रनौत के प्रतिद्वंद्वी रहे विक्रमादित्य सिंह ने मंडी सांसद और अभिनेत्री कंगना रणौत द्वारा हरियाणा में किसान आंदोलन पर किए गए अनिर्देशित और गलत बयान की कड़ी निंदा की है और कहा है कि हरियाणा किसान आंदोलन को अमेरिका और चीन की शय की बताना कंगना रनौत को शोभा नहीं देता है। बयान तथ्यों पर आधारित नहीं हैं इससे भारत के अंतराष्ट्रीय संबंधों पर भी असर पड़ता है।
कंगना रणौत को इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर बोलने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। यह ध्यान देने योग्य है कि केंद्र सरकार, विशेष रूप से बाहरी मामलों की मंत्रालय, अपने विदेश नीति के खिलाफ उनके दावों का जवाब देना चाहिए।ऐसे बयान किसानों के संघर्षों और बलिदान के लिए अपमान हैं। खासकर जब पीएम ने पहले ही किसानों के खिलाफ काले कानूनों को रोल बैक कर दिया है, यह बयान अस्वीकार्य है।