धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, भाजपा कांगड़ा-चंबा के प्रभारी एवं सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने केंद्र सरकार की ओर से पैट्रोल व डिजल के दाम घटाने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि देश भर की जनता को केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ी राहत प्रदान की है। वहीं पूर्व विस अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार पर भी करारा हमला किया है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी केंद्र सरकार की ओर से पैट्रोल के दामों में बड़ी कटौती की गई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने हिमाचल वासियों को इससे मिलने वाले लाभों को छीन लिया।
अपनी झूठी गांरटियों की लाज बचाने के लिए हिमाचल कांग्रेस सरकार ने तीन-तीन रुपए प्रति लीटर वैट लगाकर आम हिमाचल वासियों की कमर तोड़ दी। जिसके कारण लगातार प्रदेश में मंहगाई की मार भी पड़ रही है, बावजूद इसके अपनी मनमर्जी से फिजुलखर्ची करने में सरकार दोनों हाथों से डटी हुई है। अपने मित्रों संग अब सरकार बचाने को कई तरह के पैंतरे अपनाकर रेवडिय़ां बांटने का अंधाधुंध खेल चल रहा है, जिसमें हिमाचलियों के हितों व विकास की बलि चढ़ाई जा रही है। भाजपा कांगड़ा-चंबा प्रभारी विपिन सिंह परमार ने कहा कि इससे पूर्व भाजपा की जयराम सरकार ने हिमाचल प्रदेश में वैट घटाकर लोगों को बड़ी राहत प्रदान की थी, जिसपर कांग्रेस ने सत्ता में आते ही लूट मचाने का खेल शुरू कर दिया।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश विपिन सिंह परमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने इससे पहले उज्ज्वला परिवार की बहनों के लिए सिलिंडर के दाम घटाए, लेकिन फिर भी कांग्रेस ने हिमाचल सहित देश भर में अपने शासित राज्यों में वैट कम नहीं किया। अब केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो रुपए प्रति लीटर की कमी करने का फैसला किया है। नई दरें आज शुक्रवार से देश भर में लागू हो गई हैं। श्री परमार ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम दो रुपए कम करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले की केंद्र की कटौती के बावजूद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने डीजल पर वैट तीन रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया था, जिसकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि इस बार अब केंद्र से बड़ी राहत मिली है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी को अपनी वोट बैंक की राजनीति व झूठे आश्वसानों की राजनीति छोड़ देनी चाहिए, और जनता के हितों के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुर्सी बचाने के लिए लोकतंत्र की हत्या करके जो बंदरबांट की राजनीति का खेल हिमाचल में चल रहा है, उसे जनता कतई बर्दास्त नहीं करेगी।
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