Theog Water Crisis: शिमला जिले के ठियोग में पानी संकट के चलते जनता का गुस्सा फूट पड़ा। 15 से 20 दिनों से पेयजल आपूर्ति न मिलने से परेशान लोगों ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। दोपहर 12 बजे से सैकड़ों प्रदर्शनकारी एसडीएम दफ्तर के भीतर धरने पर बैठे हैं और जल शक्ति विभाग व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
पानी आपूर्ति बहाल करने की मांग को लेकर हो रहे इस प्रदर्शन में पुलिस भी भारी संख्या में तैनात है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा।
प्रदर्शनकारियों का आरोप: कोई सुनवाई नहीं
ठियोग संघर्ष समिति के पदाधिकारी महेंद्र वर्मा ने बताया कि देवरीघाट, सरीवन, संधू, जैस, कमाह और बगैण समेत आसपास की पंचायतों में पानी की भारी किल्लत बनी हुई है। उन्होंने प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि समस्या हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे।
1.13 करोड़ के जल घोटाले के दोषियों पर कार्रवाई की मांग
प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में सामने आए 1.13 करोड़ रुपये के पेयजल घोटाले में दोषी अफसरों की गिरफ्तारी की भी मांग की। घोटाले में ठियोग में बाइक, ऑल्टो कार और होंडा सिटी कार के जरिए पानी ढोने का मामला उजागर हुआ था, लेकिन अब तक किसी भी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई। लोगों का कहना है कि जल शक्ति विभाग की लापरवाही के कारण वे बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
प्रशासन की चुप्पी से बढ़ रहा आक्रोश
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही जल संकट का हल नहीं निकला तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। फिलहाल, एसडीएम कार्यालय में धरना जारी है, और लोग प्रशासन से पानी आपूर्ति बहाल करने की मांग कर रहे हैं।



