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हिमाचल में आज से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, बारिश-बर्फबारी का अलर्ट

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  • हिमाचल में आज से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (WD) सक्रिय, 2 मार्च तक भारी बारिश और बर्फबारी के आसार।
  • चंबा, कांगड़ा और कुल्लू में ऑरेंज अलर्ट, कई जिलों में यलो अलर्ट जारी।
  • इस विंटर सीजन में अब तक 69% कम बारिश और बर्फबारी दर्ज, सूखे जैसे हालात की संभावना।

Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में आज से पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) सक्रिय हो रहा है, जिससे अगले कुछ दिनों तक मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, यह विक्षोभ पिछले WD की तुलना में अधिक प्रभावशाली रहेगा, जिसके चलते 2 मार्च तक ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने 27 और 28 फरवरी के लिए चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां एक-दो दौर में भारी हिमपात हो सकता है। वहीं, मंडी, शिमला, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

आज ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कुल्लू, कांगड़ा, चंबा, मंडी और शिमला में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर यलो अलर्ट है। ऊंचाई वाले इलाकों में रात के समय बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 28 फरवरी को किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर शेष 10 जिलों में यलो अलर्ट रहेगा।

इसके अलावा, प्रदेश के ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में शीतलहर को लेकर भी यलो अलर्ट जारी किया गया है। एक और दो मार्च को भी पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।

बारिश की कमी से बढ़ी चिंता

इस विंटर सीजन में हिमाचल में अब तक 69% कम बारिश और बर्फबारी हुई है। सामान्यत: 1 जनवरी से 24 फरवरी के बीच 166.6 मिमी वर्षा दर्ज होती है, लेकिन इस साल अब तक सिर्फ 52.3 मिमी बारिश हुई है। सिरमौर में 86% और किन्नौर में 80% कम बारिश हुई है, जिससे कृषि, बागवानी और पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। यदि आगामी बारिश और हिमपात सामान्य से अधिक हुआ, तो यह राज्य के जल स्रोतों और किसानों के लिए राहत ला सकता है।