पीएम मोदी ने हिमाचल के शिमला से रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने काशी और कुल्लू का भी जिक्र किया। पीएम ने बताया कि आज हिमाचल की महिलाओं के हाथ से बने उत्पाद काशी विश्नाथ मंदिर में भी पहुंच गए हैं। कुल्लू की महिलाओं ने अपने हाथ से बनाई पूहलें काशी विश्वनाथ मंदिर को भेंट की हैं। उनकी इस भेंट को वहां के पूजारी सर्दियों के दिनों में पैर में पहनकर पूजा करते हैं। पीएम मोदी ने महिलाओं के इस योगदान के लिए कुल्लू की महिलाओं का आभार जताया।
बता दें कि पूहलें एक तरह के जूते होते हैं और ये भांग के रेशे से बनती हैं। पीएम मोदी के आग्रह पर हिमाचल सरकार ने पूहलों के 100 जोड़े प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि बीते साल दिसंबर में पीएम मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर गए थे। उस दौरान उन्होंने वहां सर्दी में पुजारियों और सुरक्षा कर्मियों को नंगे पांव देखा था। क्योंकि मंदिर में जूते, चप्पल आदि पहनना वर्जित है। ऐसे में पुजारियों के पास कोई अन्य विकल्प न होने पर उन्हें नंगे पांव ही काम करना पड़ता है।
इसके बाद पीएम मोदी हिमाचल के मंडी प्रवास पर आए थे। इस दौरान उन्होंने पड्डल मैदान में आयोजित विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई थी। उद्योग विभाग की हथकरघा और रेशम से संबंधित प्रदर्शनी में पूहलें भी रखी गई थीं। प्रधानमंत्री ने पूहलें स्टाल में देखी थीं। इस दौरान उन्हें बताया गया था कि देवभूमि के लोग पूहलें रसोईघर और मंदिर में पहनकर अपना काम करते हैं। पूजा अर्चना के दौरान और मंदिर परिसर के अंदर पूहलें पहनने पर कोई पाबंदी नहीं हैं। जिसके बाद पीएम मोदी ने इन पुहलों को काशी विश्वनाथ मंदिर को भेंट करने का मन बनाया था।