जिला कुल्लू में सैंज घाटी के अंतर्गत देहुरीधार पंचायत में जीवा हाइड्रो प्रोजेक्ट सिंउड में 15 सालों से काम कर रहे वर्करों का वेतन कंपनी ने आधा कर दिया गया है। वर्करों का कहना है कि कंपनी ने बिना किसी सूचना के यह वेतन आधा किया है। इसके विरोध में वर्करों ने हड़ताल शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तो हड़ताल जारी रहेगी। वर्करों ने कहा कि वेतन आधा करने के पीछे प्रबंधन यह तर्क दे रहा है कि पानी की कमी के कारण काम बंद पड़ा है। इसके कारण वर्करों के वेतन को घटाया गया।
कंपनी 15 सालों से बिजली का उत्पादन सफलतापूर्वक कर रही है, जबकि वर्करों को वेतन के अलावा कुछ नहीं दिया जाता। पंचायत उप प्रधान भगत राम और वार्ड पंच पूर्वा देवी ने कहा कि कंपनी में 17 लोग काम करते हैं। उनका परिवार इसी वेतन से चलता है। अगर प्रबंधन इस वेतन को एकदम आधा कर देती है तो उन्हें अपना परिवार का पालन पोषण करने में मुश्किलें आएंगी। जब तक उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके साथ ही पावर प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन भी नहीं होने दिया जाएगा।