मनरेगा और निर्माण मज़दूर यूनियन धर्मपुर खण्ड कमेटी की बैठक अम्बेडकर भवन सजाओपीपलु में आयोजित की गई।जिसकी अध्यक्षता खण्ड प्रधान करतार सिंह चौहान ने की और राज्य महासचिव भूपेंद्र सिंह भी बैठक में शामिल हुए।बैठक में भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यूनियन 10 से 23 अगस्त तक बैठकें आयोजित करेंगी जिसके तहत 10 अगस्त को गरयोह,11को संधोल 12 को धर्मपुर और 13 को सजाओपीपलु 17 को सधोट और रोसो 18 को कून और भदेहड़ औऱ गद्दीदार 19 को घरवासड़ा और डरवाड़ 20 को बिंगा, सरी और लौंगनी औऱ 21 को कोट, टिहरा और तानिहार में निर्माण व मनरेगा
मज़दूरों की बैठकें की जाएंगी और 24 अगस्त को सरकाघाट में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।कियूंकि सुखू सरकार ने राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड से जारी होने वाले सभी लाभ और बोर्ड में मज़दूरों का पंजीकरण और नवीनीकरण कार्य रोक दिया है जिसके विरोध में सरकाघाट में बोर्ड कार्यालय पर प्रदर्शन और घेराव करने का फ़ैसला लिया है।
।भपेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश में बनी कांग्रेस पार्टी की सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन अर्थात 12 दिसंबर को ये मज़दूर विरोधी फ़ैसला लिया है जिससे हिमाचल प्रदेश के साढ़े चार लाख और मंडी ज़िला के 84 हज़ार और धर्मपुर के 15 हज़ार मज़दूरों की वित्तिय सहायता रोक दी है।हालांकि यूनियन इसके लिए 5 जून को शिमला में भी विरोध रैली आयोजित कर चुकी है लेकिन उसके बावजूद अभी तक भी काम बहाल नहीं हुआ है इसलिए अब यूनियन बिना किसी काम के चल रहे इन बोर्ड कार्यालयों पर प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।
।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि बजट सत्र के दौरान धर्मपुर के विधायक ने भी रुके कार्य को शुरू करने का मुद्दा विधानसभा में उठाया था लेकिन लगता प्रदेश के मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में अपनी ही पार्टी के विधायकों को अनसुना कर रहे हैं जिसका खामियाजा उन्हें आगामी लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
बैठक में प्रदर्शन से पहले सभी ग्राम पंचायतों में मजदूरों की बैठकें आयोजित की जाएंगी और सरकार के इस फ़ैसले के बारे पर्चा वितरण किया जायेगा और 24 अगस्त को अधिक से अधिक संख्या में मजदूरों को सरकाघाट आने का आह्वान किया जायेगा।