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BHU बवाल: 1200 स्टूडेंट्स पर FIR दर्ज, CO सहित 3 अफसर सस्पेंड

समाचार फर्स्ट डेस्क |

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय BHU में छेड़खानी के विरोध को लेकर पैदा तनाव के चौथे दिन आज 1200 छात्र-छात्राओं पर केस दर्ज कर दिया गया है। वहीं, घटना को लेकर राज्य सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की है। लंका थाने के एसओ, सीओ, एक एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट को  उनके पद से हटा दिया गया है।

BHU हुए लाठीचार्ज की घटना को लेकर  प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी रिपोर्ट मांगी है। इस बीच BHU में छुट्टी की घोषणा कर दी गयी है। फिलहाल BHU परिसर में आवागमन बहाल हो चुका है लेकिन अंदर पीएसी के हजारों जवान तैनात हैं।
 
BHU की घटना को लेकर उठ रहे हैं कई सवाल:-

सुरक्षा पुख्ता करने की मांग कर रही छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। वहीं छात्राओं का कहना है कि हमारी एक छोटी सी मांग थी कि हमें सुरक्षा दी जाये फिर शांतिपूर्वक की जा रही इस धरना – प्रदर्शन में लड़कियों पर लाठी चार्ज क्यों की गयी ? गौरतलब है कि छात्रा इस बात पर अड़े थे कि वीसी धरनास्थल पर आकर छात्राओं के साथ बात करें। इस बीच पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया, उसके बाद कैंपस का पूरा माहौल बिगड़ गया।

BHU प्रशासन से कहां हुई चूक:-

परिसर में अब भी लाठी चार्ज की घटना को लेकर छात्रों के बीच आक्रोश का माहौल है। BHU के छात्रों ने बताया कि छात्राओं की मांग को गंभीरता से नहीं लेना पहली गलती थी। शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे छात्राओं पर लाठीचार्ज के फैसले ने BHU परिसर को जंग के मैदान में बदल दिया। छात्राओं की माने तों सिंह द्वार के समीप मात्र 100- 200 छात्राएं धरने पर बैठी थीं। लेकिन पुलिस के लाठीचार्ज के फैसले ने माहौल पूरी तरह बिगाड़ दिया। उस पर भी वीसी की खामोशी से हालात सुधरने की बजाय बिगड़ता गया।