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कंपनी को बेच शुरू की खेती, बना सफल हाईटेक किसान

समाचार फर्स्ट |

आज ऐसे न जानें कितने युवा हैं जो चंद हजार की नौकरी के लिए एड़ी- चोटी का जोर लगाए रहते है। एक टाइम था जब खेती को सबसे अच्छा व्यवसाय माना जाता था और किसान अपने बच्चों को खेती से दूर रहने की सलाह देते है। युवाओं में खेती के प्रति रुचि वैसे भी कम रह गई है और न ही उन्हें इसमें कोई फ्यूचर दिखता है।

लेकिन इन सबसे अलग अजय नायक ने अपने स्टार्टअप को गुड बाय कहते हुए खेती को चुना। अजय की सफल मोबाइल एप कंपनी थी जिसे उन्होंने जर्मनी की एक फर्म को बेच दिया। जिससे वो हर महिने लाखों कमाते थे।

अपनी स्टार्टअप की दूसरी पारी में अजय ने अपने करियर से अलग फील्ड को चुना। अजय ने बंगलुरू में  Letcetra Agritech नाम के स्टार्टअप की शुरूआत की है।   जैसे की उनका अनुभव टेक्नोलोजी में था वैसे ही अजय ने टेक्नोलोजी को खेती में उपयोग किया। अजय ने बताया कि वो एग्रीकल्चर टेक्नोलोजी से खेती करना चाहते थे जिससे हेल्थी फूड उगाया जा सके, जिसके लिए उन्होंने हाईड्रोपोनिक्स टेक्नीक का इस्तेमाल किया।

क्या है हाईड्रोपोनिक्स ?

इस तकनीक के जरिए पारंपरिक खेती के मुकाबले 20 से 30 प्रतिशत हाई क्वालिटी के साथ साथ पानी की बचत होती है। इसका इस्तेमाल करने से किसी भी फसल को किसी भी मौसम, क्लाईमेट और यहां तक की बंजर भूमि में भी उगाया जा सकता है। यह तकनीक मध्यस्थ खर्चों में कमी,  कार्बन की अधिकता को कम करने में भी सक्षम है।

क्या कहते है एक्सपर्टस?

एक्सपर्टस के मुताबिक 60 के उच्च स्तर की खेती वाली भूमि नहीं बचेगी। यदि इसी तरह से खेती का ट्रेंड रहा तो 60 साल से पहले ही खेती के लिए भूमि नहीं रहेगी। हमारी भूमि बर्बाद हो रही है और जनसंख्या का दबाव बढ़ रहा है जिससे फूड की खपत तो हो रही है लेकिन हमारी भोजन मुहैया कराने की क्षमता घट रही है। ऐसे में हाईड्रोपोनिक्स टेक्नीक का इस्तेमाल एक बेहतर विकल्प है।

पूरे देश में अजय जैसे युवा इस फील्ड में काम कर रहे है। जो सच में सभी के लिए इंस्पीरेशन है।