Categories: इंडिया

अटल के पहले ही भाषण से मुरीद थे नेहरू, कहा था- ये लड़का बहुत आगे जाएगा

<p>पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके भाषण का हर कोई कायल था। इतना ही नहीं देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू भी उनके भाषण सुनकर मुरीद हो गए थे।&nbsp; नेहरू ने तब ही कहा था कि एक दिन तुम देश के प्रधानमंत्री बनोगे। बाद में ये बात सच साबित हुई और वे देश के तीन बार प्रधानमंत्री बने।</p>

<p>वाजपेयी के असाधारण व्&zwj;यक्तित्&zwj;व को देखकर उस समय के वर्तमान प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि आने वाले दिनों में यह व्यक्ति जरूर प्रधानमंत्री बनेगा। नेहरू ने ये बात तब कही थी जब एक दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने दिल्ली में ब्रिटिश नेता से अटल बिहारी वाजपेयी की मुलाकात करवाई। इस दौरान नेहरू ने अटल का परिचय देते हुए कहा- इनसे मिलिए, यह युवा एक दिन देश का प्रधानमंत्री बनेगा।</p>

<p>बता दें कि एक बार संसद में एक बार तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू पर विपक्षी नेता जमकर निशाना साध रहे थे। अटल जी काफी देर तक ये देखते रहे और फिर गुस्से से अपनी सीट से उठे और पूछा कि क्या सिर्फ विपक्ष होने के नाते प्रधानमंत्री का विरोध करना जरूरी हो गया? नेहरू ने भी वाजपेयी की इस जिंदादिली का खुलकर स्वागत किया और उन्हें साल 1961 में नेशनल इंटिग्रेशन काउंसिल में नियुक्ति दी।</p>

<p>अटल बिहारी वाजपेयी के भाषणों ने उन्हें कम उम्र में ही चर्चित कर दिया था। अटल बिहारी सरकार की नीतियों के विरोध में जोरदार तरीके से अपनी बात रखते थे। यूं तो नेहरू भी अच्छे वक्ता थे। लेकिन दोनों ही लोग राजनैतिक मतभेदों से इतर एक दूसरे का पूरा सम्मान करते थे।</p>

<p>अटल बिहारी वाजपेयी का जन्&zwj;म 25 दिसंबर 1924 को हुआ, इस दिन को भारत में बड़ा दिन कहा जाता है। वे 1942 में राजनीति में उस समय आए, जब भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उनके भाई 23 दिनों के लिए जेल गए। 1951 में आरएसएस के सहयोग से बनी भारतीय जनसंघ पार्टी के अटल बिहारी वाजपेयी संस्थापक सदस्य थे। इसके अध्यक्ष श्&zwj;यामा प्रसाद मुखर्जी थे।</p>

<p>साल 1952 में अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार लखनऊ लोकसभा सीट से लड़ा, पर सफलता नहीं मिली।&nbsp; पहली बार सफलता 1957 में उनके हाथ लगी। 1957 में जनसंघ ने अटल बिहारी वाजपेयी को तीन लोकसभा सीटों लखनऊ, मथुरा और बलरामपुर से चुनाव लड़ाया। लखनऊ में वो चुनाव हार गए, मथुरा में उनकी ज़मानत जब्त हो गई लेकिन बलरामपुर संसदीय सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।</p>

<p>&nbsp;</p>

Samachar First

Recent Posts

संजौली मस्जिद विवाद : चार अलग-अलग मामलों में 185 आरोपी बनाए,एफआईआर में भाजपा के राज्य कोषाध्यक्ष, विहिप के प्रांत मंत्री भी नामजद

  समाचार फर्स्‍ट नेटवर्क Shimla: संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण के विरोध में प्रदर्शन करने…

2 hours ago

खुला नौकरियों का पिटारा: नगरोटा में ही 5000 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य: बाली

 सिटी ग्रुप ने आयोजित किया रोजगार मेला, 300 का हुआ चयन 35 कंपनियों ने लिया…

6 hours ago

हमीरपुर में गणेश विसर्जन की धूम

  Hamirpur: गणेश महोत्सव के आयोजन के दौरान अंतिम दिन गणेश मूर्ति के विसर्जन से…

7 hours ago

उचित पोषण के लिए दैनिक आहार में विविधता जरूरी: सीडीपीओ

  Hamirpur:महिला एवं बाल विकास विभाग ने राष्ट्रीय पोषण माह के उपलक्ष्य पर सोमवार को…

7 hours ago

हमीरपुर में सदस्यता अभियान पकड़ेगा रफतार, कश्‍यप ने ली बैठक

  Hamirpur: भारतीय जनता पार्टी का देश भर में चला सदस्यता अभियान हिमाचल में भी…

8 hours ago

रंगस स्कूल के विद्यार्थियों को समझाए मौलिक कर्तव्य

  Hamirpur:जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य…

8 hours ago