Follow Us:

चक्की खड्ड पर बना रेलवे पुल असुरक्षित घोषित, हजारों यात्री नहीं कर पाएंगे सस्ती रेल सेवा का सफर

मृत्युंजय पुरी |

रेलवे मंडल फिरोजपुर (पंजाब) की तकनीकी टीम ने चक्की पुल के जर्जर पिलर और सुरक्षा दीवार का निरीक्षण करने के बाद नैरो गेज ट्रैक पर ट्रेन सेवा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की सिफारिश की और पुल के पुनर्निर्माण का भी सुझाव दिया। टीम ने पुल की पटरी को लोहे के तार की बाड़ से बंद कर लोगों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है।

हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा और मंडी के हजारों यात्री अब पठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरो गेज पर किफायती रेल परिवहन सेवा से वंचित हो जाएंगे। रेलवे अधिकारियों ने नूरपुर में कंडवाल के पास चक्की रेलवे पुल को असुरक्षित और ट्रेनों के चलने के लिए अनुपयुक्त घोषित करने के बाद अनिश्चितकाल के लिए ट्रेन सेवा निलंबित कर दी है। रेलवे मंडल फिरोजपुर (पंजाब) की तकनीकी टीम ने चक्की पुल के जर्जर पिलर और सुरक्षा दीवार का निरीक्षण करने के बाद नैरो गेज ट्रैक पर ट्रेन सेवा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की सिफारिश की और पुल के पुनर्निर्माण का भी सुझाव दिया। टीम ने पुल की पटरी को लोहे के तार की बाड़ से बंद कर लोगों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है। अमर उजाला ने भी चक्की रेलवे पुल के पास अवैध खनन के संदर्भ में खबर छापी थी।

गौरतलब है कि रेलवे विभाग ने पहली जुलाई को मानसून की बारिश और रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन के खतरे को देखते हुए तीन रात की अप और डाउन ट्रेनों को शुरू में निलंबित कर दिया था। 17 जुलाई को चक्की रेलवे पुल की जर्जर स्थिति के कारण शेष सभी चार अप और डाउन डे टाइम ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया था। पिछले तीन दशकों से अधिक समय से इस पुल के पास बेरोकटोक अवैध खनन के कारण पुल के सहायक स्तंभ और सुरक्षा दीवार कमजोर हो गई थी। रेलवे विभाग ने पिछले एक दशक में कई बार क्षतिग्रस्त खंभों और सुरक्षा दीवार की मरम्मत के लिए लाखों रुपये खर्च किए, लेकिन नब्बे साल से अधिक पुराने इस पुल को फिर से बनाने की कोई योजना तैयार करने में विफल रहा। अब नैरोगेज रेलवे ट्रैक के अचानक बंद होने से कांगड़ा जिले में हजारों दैनिक रेल यात्री मुश्किल में पड़ गए हैं
मानसून के बाद स्थिति की फिर की जाएगी जांच.

चक्की खड्ड में अचानक आई बाढ़ ने पुल के घाटों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस पर ट्रेनों को चलाना असुरक्षित हो गया था। इस पुराने पुल की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए रेल परिवहन को निलंबित कर दिया गया था। मानसून के बाद इसकी स्थिति की फिर से जांच की जाएगी।­