चीनी सेना की 90वीं सालगिरह के 2 दिन पहले चीन ने परेड कर अपना दम दिखाया है। रविवार सुबह उत्तरी चीन के झुर्येई ट्रेनिंग बेस में एक सैन्य परेड का आयोजन किया गया है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन पार्टी अगले सप्ताह अपनी 90वीं वर्षगांठ मनाएगी, लेकिन उससे पहले ही इस परेड का आयोजन किया गया। चीन ने इस परेड के बहाने भारत को अपनी सैन्य ताकत दिखाई है।
वहीं चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कम्युनिष्ट पार्टी के केंद्रीय समिति के जनरल सचिव और केंद्रीय सैन्य आयोग के साथ मिलकर सैनिकों का निरीक्षण किया। इस मौके पर शी जिनपिंग ने कहा कि पीएलए को अपनी तैयारी बढ़ानी चाहिए और युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
इससे पहले चीनी सेना भारत सीमा से सटे तिब्बत के इलाके में बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास करती देखी गई थी।
वहीं, चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने गुरुवार को लिखा था कि डोकलाम का मसला चीन-भूटान सीमा विवाद है। इसमें भारत को तीसरे पक्ष के रूप में दखल देने का कोई हक नहीं है।
अखबार ने आगे लिखा है कि नई दिल्ली के हिसाब से उसका यह तर्क है तो उसके लिए खतरनाक होगा क्योंकि कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान कहेगा तो चीन की सेना वहां के विवादित एरिया में घुस जाएगी जिसमें जम्मू- कश्मीर भी शामिल है। चीन ने कहा कि भूटान ने भारत से कई मदद नहीं मांगी है फिर भारत वहां पर टांग क्यों अड़ा रहा है।