राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भले ही इस साल जनवरी और फरवरी में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई हो, लेकिन 1 मार्च के बाद से दिल्ली में कोई खास बारिश नहीं हुई है और विशेषज्ञों का कहना है कि यह वह फैक्टर है जो शहर भर को गर्मी से जला रहा है। उत्तर भारत में रविवार को भीषण लू चलने के साथ दिल्ली के कुछ इलाकों में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया था।
साल का पहला महीना यानी जनवरी दिल्ली में 121 वर्षों में सबसे गर्म महिना था और फरवरी आठ वर्षों में शहर का सबसे गर्म महीना था। लेकिन 1 मार्च से 15 मई के बीच, दिल्ली में केवल 1.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है जोकि सामान्य वर्षा 37.5 मिमी के मुकाबले 95.5% प्रतिशत की कमी थी जिसके कारण गर्मी के आसार बने। हालांकि इसके साथ ही मौसम विभाग ने सोमवार यानी आज से कुछ राहत मिलने का अनुमान जताया है।
इस बीच, मौसम विभाग ने सोमवार को दिल्ली और हरियाणा राज्यों में भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने का अनुमान जताया है। विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना है जबकि अगले 48 घंटों में छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सोमवार शाम से भीषण गर्मी से राहत मिलने का अनुमान जताया है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘16 मई तक शुष्क और साफ मौसम जारी रहने की संभावना है। 16 मई (शाम) से 18 मई तक मध्यम बारिश या कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि, गरज के साथ बौछार पड़ने और ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात की संभावना है।’’