भारतीय सेना ने भर्ती नियम में बड़े बदलाव किए है। अब सेना भर्ती के दौरान अंतर्गत आवेदकों का पहले ऑनलाइन टेस्ट होगा, जो आवेदक उसे पास कर लेंगे उनको ही सेना भर्ती की अगले टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। दरअसल, सेना की खुली भर्ती के दौरान हालात बेकाबू से होने लगे हैं और तीन से 15 दिनों तक चलने वाली इन भर्तियों में 20 से 25 हजार तक अभ्यर्थी पहुंचते हैं।
भर्ती के दौरान समाने आ रहे फर्जीवाड़ों पर लगाम कसने के इरादे से सेना ने भर्ती नियमों में कुछ बदलाव किया है। भर्ती मुख्यालय के सैन्य अफसरों का मानना है कि इससे फर्जीवाड़े पर काफी हद तक लगाम लगेगी। दरअसल पिछले कुछ समय से भर्ती में फर्जीवाड़े से सेना के अफसर परेशान हैं। इससे बचने के लिए भर्ती के कई नियमों में फेरबदल का फैसला लिया।
देना होगा शपथपत्र
भर्ती प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थी को अब शपथपत्र देना होगा। इस शपथपत्र में मैरिटल स्टेसस बताना होगा। यदि स्टेटस बैचलर होगा तभी उसके आवेदन पर विचार किया जाएगा। इस शपथपत्र को उसे अपने गांव के सरपंच या शहर में वार्ड के पार्षद व अन्य जनप्रतिनिधि से सत्यापित भी कराना होगा।
18 साल से कम नहीं ले सकेंगे भाग
सेना की खुली भर्ती में 18 साल से अधिक आयु के युवक ही भाग ले सकते हैं, लेकिन 21 साल से कम आयु के विवाहित युवक भी चयनित हो जाते थे। लेकिन इसके बाद ट्रेनिंग आदि के दौरान ऐसे युवकों के चोटिल होने या मौत हो जाने पर उनकी पत्नियां सेना पर मुआवजे के लिए दावा ठोक देती थीं। जबकि 21 साल से पहले शादी को कानूनी मान्यता नहीं है।